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केंद्रीय मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में फिर लगी सेंध ! हैदराबाद में काफिले के बीच में घुसी टीआरएस नेता की गाड़ी

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The Angle

हैदराबाद।

तेलंगाना के मुक्ति दिवस पर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सुरक्षा घेरे में एक बार फिर सेंध लग गई। शाह राज्य की राजधानी हैदराबाद में एक कार्यक्रम में अपना संबोधन देने आए थे। जानकारी के मुताबिक टीआरएस नेता गोसुला श्रीनिवास की कार केंद्रीय गृहमंत्री के काफिले में अचानक घुस गई। इस पर वहां मौजूद गृह मंत्रालय के सुरक्षा अधिकारियों में हड़कंप मच गया और उन्होंने आनन-फानन में कार का शीशा तोड़कर गाड़ी को हटाकर काफिले को रवाना करवाया।

अमित शाह के काफिले के बीच कार घुसाने पर टीआरएस नेता ने रखी अपनी बात

हालांकि टीआरएस नेता गोसुला श्रीनिवास ने इस मामले पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की सिक्योरिटी ने ही उन्हें पहले शाह के काफिले के बीच में कार रोकने के लिए मजबूर किया और फिर बाद में वहां से कार को हटाने के लिए कहने लगे। लेकिन उनकी कार अचानक ही रुक गई। ऐसे में सुरक्षाकर्मियों ने उनकी कार में तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा कि वे निश्चित रूप से इसकी शिकायत सक्षम स्तर पर करेंगे। ये बेहवजह का तनाव का माहौल बनाने के लिए किया गया था।

हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब गृह मंत्री की सुरक्षा में सेंध लगी हो। इससे पहले बीते दिनों जब वे गणेशोत्सव के दौरान लाल बाग के राजा के दर्शन करने मुंबई पहुंचे थे, तब भी उनके पास एक संदिग्ध युवक को टहलते हुए देखा गया था, हालांकि स्थानीय पुलिस 3 घंटे में ही युवक का पता लगाकर उसे गिरफ्ता कर लिया था।

वोट बैंक की राजनीति के चलते हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाने का साहस नहीं जुटा सकी कांग्रेस- शाह

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यदि सरदार पटेल नहीं होते, तो हैदराबाद को मुक्त कराने में कई और साल लग जाते। उन्होंने कहा कि पटेल जानते थे कि जब तक निजाम के रजाकारों को हरा नहीं दिया जाता, तब तक अखंड भारत का सपना साकार नहीं होगा। शाह ने कहा कि इतने साल बाद, इस भूमि के लोगों की इच्छा थी कि ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ को सरकार की भागीदारी से मनाया जाना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य की बात की है कि 75 साल बाद भी यहां शासन करने वाले वोट बैंक की राजनीति के कारण ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ मनाने का साहस नहीं जुटा पाए।

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