दा एंगल।
जयपुर।
अनलाॅक 1.0 में केन्द्र सरकार ने बहुत सी रियायतें दी है। इसके तहत आज से 75 दिन बाद देश के कई हिस्सों में धर्मस्थलों को खोल दिया गया है। इसके तहत धर्मस्थलों पर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालना करने को कहा गया है। बहुत से राज्यों ने कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए 30 जून तक धर्मस्थलों को खोलने की छूट नहीं दी है। केन्द्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के तहत कोई भी श्रद्धालु मूर्तियों, पवित्र पुस्तकों, गायकों, गायन समूहों को छूने की अनुमति नहीं है।
यूपी सहित कई राज्यों में खुले धर्मस्थल
आज यूपी के अयोध्या समेत तमाम जिलों में बने देवस्थल खोले गए हैं। इसी क्रम में गोरखपुर में सीएम योगी ने खुद अपने गोरखनाथ मंदिर में दर्शन किया है। उत्तरसखंड सरकार ने चार धाम देवस्थानम बोर्ड को चार धाम यात्रा शुरू करने का जिम्मा सौंपा है। जारी गाइडलाइंस के अनुसार बोर्ड प्रबंधन यात्रा को लेकर जिला प्रशासन और अन्य हक हकूकधारियों से चर्चा करेगा। आम सहमति बनने के बाद यात्रा शुरू की जाएगी। कितने श्रद्धालु यात्रा में आ सकते हैं, इसके लिए प्रोटोकॉल तय किया जाएगा। प्रदेश सरकार के स्तर से जारी गाइडलाइन से स्पष्ट है कि चार धाम यात्रा और प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों में दर्शन के लिए केवल राज्य के नागरिकों को अनुमति होगी। प्रदेश के बाहर के लोगों को यात्रा और धार्मिक स्थलों में दर्शन की अनुमति नहीं होगी।
माता के भक्तों को करना होगा इंतजार
जम्मू-कश्मीर में धार्मिक स्थल बंद ही रहेंगे। माता वैष्णो देवी, शिवखोड़ी समेत तमाम मंदिरों में तैयारियां जरूर की गई हैं लेकिन अभी भक्तों को और इंतजार करना होगा। राजधानी दिल्ली के झंडेवालान मंदिर को भी खोला गया। इस दौरान दिल्ली पुलिस के जवानों की निगरानी में तमाम श्रद्धालु मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दर्शन करते दिखे। वहीं राजस्थान में भी धार्मिक स्थलों को खोला नहीं गया है। सीएम अशोक गहलोत के साथ धर्मगुरुओं ने इस विषय में चर्चा की थी और उन्होंने 30 जून तक धर्मस्थल नहीं खोलने को कहा था। अब सरकार कलेक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर इसके बारे में फैसला करेगी।