The Angle
नई दिल्ली।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा पहुंचे। दिल्ली पुलिस की मानें तो उन्होंने राहुल गांधी को नोटिस देकर उनसे जानकारी मांगी है। दरअसल ‘यौन उत्पीड़न’ पीड़ितों के बारे में जानकारी मांगने के लिए पुलिस की ओर से दिए गए नोटिस के संबंध में स्पेशल सीपी सांसद राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे हैं। श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी का एक बयान सामने आया था, जिसमें वो बता रहे थे कि महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न किया गया है। उन्हें कई महिलाएं मिली जिनके साथ बलात्कार और शोषण हुआ है। इस नोटिस के जरिए दिल्ली पुलिस ने उसने ये पूछा है कि हमें उन तमाम महिलाओं के बारे में जानकारी दें, ताकि हम कार्रवाई कर सकें।
दिल्ली पुलिस बोली- पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए राहुल से ब्यौरा हासिल करने की कोशिश कर रहे
स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि हम यहां राहुल गांधी से बात करने आए हैं। राहुल ने 30 जनवरी को श्रीनगर में एक बयान दिया था कि वे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कई महिलाओं से मिले और उन्होंने बताया कि उनके साथ बलात्कार हुआ है। हम उनसे ब्यौरा हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।
राहुल गांधी के घर पहुंची पुलिस, गहलोत बोले- ये गृह मंत्रालय के आदेश के बिना ये संभव नहीं
वहीं राहुल गांधी के घर दिल्ली पुलिस के जवाब लेने पहुंचने पर राजस्थान के सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने राहुल के आवास के बाहर मीडिया से बात करते हुए केंद्र की मोदी सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस जिस तरह से बिहेव कर रही है ये बिना ऊपर के इशारे के, बिना गृह मंत्री अमित शाह के संभव नहीं है। बिना गृह मंत्रालय के आदेश के ये संभव नहीं है कि पुलिस इतना साहस कर सके कि एक राष्ट्रीय नेता के घर में बिना कोई कारण चली जाए।
सीएम गहलोत बोले- इंदिरा गांधी के जमाने में भी हुई थी ऐसी हरकत, तब मुंह की खानी पड़ी थी
उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई यात्रा करे और उसमें कोई फीडबैक मिल रहा है, वो देश को बता रहा है देश के इंटरेस्ट के अंदर, देश के इंटरेस्ट के अंदर कोई बात बता रहा है कि ये मुझे फीडबैक मिला, उसके बावजूद भी केस दर्ज किया। जब राहुल गांधी ने कह दिया कि नोटिस मुझे मिल गया है, मैं इसका जवाब दे रहा हूं, उसके बावजूद भी पुलिस का यहां आना, उनके घर जाना, घर के अंदर घुसना, ये इंदिरा गांधी के जमाने की याद दिलाता है उस जमाने में भी इस तरह की हरकतें हुई थीं, लेकिन उसका क्या परिणाम हुआ वो सबको मालूम है, उस समय उन लोगों को मुंह की खानी पड़ी थी।
पूरा देश इनकी हरकतों को देख रहा है, चाहे मोदी जी हों, या चाहे अमित शाह जी हों, इनका अहम और घमंड जो है वो चकनाचूर होगा, देश में डेमोक्रेसी कायम रहनी चाहिए, ये संकल्प पूरे देशवासियों का है, ये देश में डेमोक्रेसी को खत्म कर रहे हैं, ये फासिस्टी लोग हैं, चेहरा पहना हुआ है लोकतंत्र का।