द एंगल।
जयपुर।
प्रदेश के साथ ही देश में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। संक्रमण का खतरा इस हद तक बढ़ता जा रहा है कि आम लोगों के साथ ही राजनेता भी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। हाल ही में जहां उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, तो वहीं अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी इस महामारी की जद में आ गए हैं। पूनिया ने आज एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी। ऐसे में जो सबसे बड़ा सवाल है वो ये कि अब बीजेपी के हल्ला बोल कार्यक्रम का क्या होगा?
बीजेपी प्रदेश में चला रही है हल्ला बोल कार्यक्रम
बता दें बीजेपी 28 अगस्त से गहलोत सरकार के विरुद्ध प्रदेशभर में हल्ला बोल कार्यक्रम चला रही है। इस कार्यक्रम के तहत पार्टी नेता और कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर और ज्ञापन के जरिए जनहित के मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह कार्यक्रम 4 सितंबर तक चलना था। लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के 31 अगस्त को निधन हो जाने के चलते 7 दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था। इसे देखते हुए पार्टी ने भी अपने हल्ला बोल कार्यक्रम को 8 तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया था। जानकारी के मुताबिक इसके बाद पार्टी आगामी 8 और 10 सितंबर को बड़े स्तर पर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वाली थी। हालांकि पार्टी के कई नेता प्रदेश दौरे पर विभिन्न जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे।
अब हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत ऑनलाइन ज्ञापन देने पर हो रहा विचार
इसी दौरान प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, राजेंद्र राठौड़ सहित पार्टी के कई अन्य नेता भी इस संक्रमण की चपेट में आ गए। इसकी सूचना मिलते ही प्रदेश दौरों के दौरान इनके साथ रहे और इनसे मिले कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब पार्टी अपने हल्ला बोल कार्यक्रम का स्वरूप बदल देगी। साथ ही 8 और 10 सितंबर को होने वाले धरना कार्यक्रम में भी सीमित कार्यकर्ता ही शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक अब नेता-कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे, बल्कि संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन भी ऑनलाइन देने पर ही विचार किया जा रहा है। ताकि और लोगों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके। इसके अलावा पार्टी नेता सोशल मीडिया पर भी इस हल्ला बोल कार्यक्रम को जारी रख सकते हैं।
भाजपा और कांग्रेस के कई नेता हो चुके हैं कोरोना संक्रमित
बता दें इससे पहले भी पार्टी के कई नेता कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें राजेंद्र राठौड़, अनिता भदेल, पब्बाराम बिश्नोई, चंद्रभान सिंह आक्या, हम्मीर सिंह भायल, जोराराम कुमावत, अशोक लाहोटी, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुनराम मेघवाल शामिल हैं। वहीं रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, रफीक खान, रामलाल जाट, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल के पति सरीखे नेता भी कोरोना संक्रमित होने वाले नेताओं में शामिल हैं।