आज विश्व म्यूजिक डे है। संगीत, संगीत ना होकर एक आत्मा को परमात्मा से मिलाने का जरिया है। संगीत से अच्छे से अच्छे रोग को भी ठीक किया जा सकता है। संगीत सम्राट तानसेन ने अपने स्वरों के जरिए बारिश कर दी थी। संगीत लोगों की आत्मा में बसता है। संगीत दो लोगों को मिलाने का भी सबसे बढ़िया जरिया है। संगीत का जन्म सबसे पहले भारत में ही हुआ था। दुनिया भर में 21 जून को विश्व संगीत दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व म्यूजिक डे सबसे पहले 1982 में फ्रांस में मनाया गया था।
भारतीय संगीत विशेषज्ञों का मानना है कि संगीत से रक्त प्रवाह सामान्य बना रहता है, जिससे रक्त संबंधी और हृदय रोग में राहत मिलती है। बताया गया है कि संगीत सुनने की आदत जोश और प्रेरणा भी देती है। ऐसा माना जाता है कि हर किसी शख्स के साथ अपने पसंद की गीत सुनने के दौरान शरीर के संवेदनशील अंगों में हरकतें होती हैं। मन झुमने लगता है, दिमाग में आनंद छा जाता है, कभी किसी धुन पर आंसू तक निकल आते हैं। दरअसल मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि संगीत का सेहत से गहरा संबंध है। संगीतकारों का कहना है कि हर राग जीवन से जुडा है और तन मन तो स्वतरू रागों में खो जाते हैं।