The Angle
नई दिल्ली।
देशभर में आज गुरू पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। इस मौके पर राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन परिसर में पवित्र बोधि का वृक्ष का पौधा लगाया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि बुद्ध ने जीवन के सभी पहलुओं में नैतिकता और संयम के साथ रहने का संदेश दिया है। उनके इस संदेश में सार्वभौमिक करुणा और अहिंसा झलकती है।
जहां ज्ञान है, वहीं पूर्णिमा है- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों का बधाई देते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया की भगवान बुद्ध में आस्था है। जहां ज्ञान है वहीं पूर्णिमा है। पीएम मोदी ने कहा कि ज्ञान संस्कार का प्रतीक है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि आप सभी को धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस और आषाढ़ पूर्णिमा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
आज के दिन गुरूओं की होती है विशेष पूजा
आषाढ़ पूर्णिमा को वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। इन्होंने मानव जाति को चारों वेदों का ज्ञान कराया था तथा सभी पुराणों की रचना की। महर्षि वेद व्यास के इस योगदान को देखते हुये आषाढ़ पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा की संज्ञा दी गई। इस दिन अपने गुरु जनों की पूजा की जाती है तथा उन्हें ससम्मान दान देने की परंपरा भी है।
गुरू पूर्णिमा के दिन करें यह काम
गुरु पूर्णिमा के न केवल गुरु की ही नहीं अपितु परिवार में वरिष्ठ जनों का आदर सम्मान के साथ उनका पूजन करना चाहिए। गुरु पूर्णिमा के इस पावन दिन पर गुरुजनों की यथा संभव सेवा करने का बहुत महत्व है। इसलिए इस पर्व को श्रद्धापूर्वक जरूर मनाना चाहिए। प्रातःकाल पवित्र नदी में स्नान करके गरीब और जरूरत मंद को दान देना चाहिए। गुरु पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड पर मीठा जल डालने से गुरु की कृपा से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।