THE ANGLE
नई दिल्ली।
बुल्ली बाई विवाद के बीच, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कथित रूप से हिंदू महिलाओं को टारगेट करने वाले कई चैनलों को बुधवार को आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के संज्ञान में लाया गया। टेलीग्राम पर एक विशेष चैनल के बारे में बात करते हुए मंत्री ने कहा कि चैनल को पहले ही हटा लिया गया है। एक सत्यापित उपयोगकर्ता ने इस विशेष टेलीग्राम चैनल के खिलाफ शिकायत की थी। जो जून 2021 में बनाया गया था और हिंदू महिलाओं को टारगेट कर रहा था। यह चैनल उनकी तस्वीरें साझा कर और उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहा था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चैनल हिंदू महिलाओं को बदनाम कर रहा था
साथ ही उनके खिलाफ भड़काऊ टिप्पणियां कर, बदनाम कर रहा था। इस पर मंत्री ने ट्वीट कर जानकारी दी की – “चैनल बंद कर दिया गया है। भारत सरकार कार्रवाई के लिए राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय कर रही है।” अभद्रता फैलाने वाले इस ऐप की जानकारी भी बुल्ली बाई एप मामले के बीच सामने आए हैं, जिसके सिलसिले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिनमें दो उत्तराखंड से और एक बेंगलुरु का है। मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने कहा कि इस मामले में कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं।
ट्विटर हैंडल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया
उन्होंने कहा, “मामले में जांच जारी है और प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार कर मुकदमा चलाया जाएगा।” मुंबई पुलिस ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब पर होस्ट किए गए ‘बुली बाई’ नामक ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की फर्जी तस्वीरों को अपलोड करने की शिकायतों के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। जबकि कोई वास्तविक ‘नीलामी’ या ‘बिक्री’ नहीं थी, ऐप का उद्देश्य लक्षित महिलाओं को अपमानित करना और डराना था। जिनमें से कई सक्रिय सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं। मुंबई साइबर पुलिस स्टेशन ने ऐप के अज्ञात डेवलपर्स और इसे बढ़ावा देने वाले ट्विटर हैंडल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।