जैसे जैसे पांच राज्यों में चुनावों की ताऱीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे सीएम फेस को लेकर खींचतान शुरु हो गई है.बात करें पंजाब की तो यहां भी तो सीएम फेस को लेकर तमाम चेहरों को लेकर अटकलें लगाई जा रही है .वही पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने तो अपनी नाराजगी भी जगजाहिर कर दी है.और पार्टी पर ये तक आरोप लगाया है कि हिंदू होने की वजह से उनको दरकिनार किया जा रहा है.
रेस में चन्नी आगे
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सीएम चेहरे को घोषित करने के लिये तैयारी कर ली है .और जल्द ही इस पर से पर्दा उठ जाएगा.हालांकि अटकलें ये भी लगाई जा रही है कि 6 फरवरी को इस सस्पेंस से पर्दा उठ जाएगा .वही कयास भी ये भी लगाए जा रहे है पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 6 फरवरी को चरणजीत सिंह को सीएम को उम्मीदवार करने वालें है .दरअसल राहुल गांधी ने 27 जनवरी को पंजाब में आयोजित एक पार्टी कार्यक्रम में अपने दौरे के दौरान यह घोषणा कर दी थी कि पंजाब विधानसभा चुनाव में वर्तमान मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ ही विधानसभा चुनाव में पार्टी उतरेगी.और बाकि जो भी फैसला होगा वो पार्टी के कार्यकर्ताओं की सर्वसम्मति और सलाह के बाद ही लिया जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया कर रही विचार –विमर्श
हालांकि बात करें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी तो वो मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श कर रही है .वही इस सबमें पार्टी के शक्ति एप का इस्तेमाल भी किया जाएगा .जिसके जरिए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया ली जा रही है .वही पार्टी ने एक सर्व के माध्यम से आम लोगों की भी राय इस संदर्भ में मांगी है .वही सूत्रों की माने तो राहुल गांधी 6 फरवरी को पंजाब का दौरा कर सकते है और महत्वपूर्ण घोषणा सीएम फेस को लेकर कर सकते है .
पंजाब में चन्नी और सिद्दू में खींचतान
पंजाब की राजनीति में बीते कुछ हफ्तों से चन्नी और सिद्दू के बीच प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से आपसी खींचतान चल रही है .और दोनों ही खुद को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने में लगे है.लेकिन चरणजीत सिंह चन्नी इस रेस में कही ना कही बाजी मारते दिख रहे है .आपको बता दे चरणजीत सिंह चन्नी अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और उन्हें दो विधानसभा सीटों चमकौर साहिब और भदौड़ से मैदान में उतारा गया है.कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की जगह चन्नी को चुनकर अनुसूचित जाति वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है.इस समुदाय की पंजाब की आबादी में करीब एक तिहाई हिस्सेदारी है.