The Angle
जयपुर।
राजस्थान बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने जयपुर स्थित अपने आवास पर जनसंवाद केंद्र पर कार्यकर्ताओं और लोगों की जनसुनवाई की। इसके बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में कांग्रेस के मौन सत्याग्रह पर तंज कसा। पूनिया ने कहा कि नेहरू-गांधी खानदान कानून से ऊपर समझते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता निरस्त हुई तो कमजोर तर्क देकर बचने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस के मौन सत्याग्रह को बताया संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ जाकर आचरण करने जैसा
वहीं खीज में पीएम मोदी, भाजपा और वैचारिक संगठनों पर कटाक्ष करते हैं, प्रहार करते हैं। हालांकि मौन सत्याग्रह के बजाय उनको आंकलन करना चाहिए कि परिस्थिति क्यों बनीं ? स्वभाविक तौर पर जब-जब संवैधानिक सस्थाओं का उल्लंघन हुआ है, उसकी परिणति इस रूप में होती है। कांग्रेस का राहुल गांधी के समर्थन में मौन सत्याग्रह संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ जाकर आचरण करने का जैसा है। कार्यपालिका और विधायिका ने ऐसे कई फैसले किए हैं। इन पर भी हमारे देश में ऐसे न्याय पालिका, कार्यपालिक और न्यायोचित फैसले लिए हैं, जिनसे बदलाव आया है।
सतीश पूनिया बोले- पूरे 5 साल तक सदन में मुद्दों से भागती रही कांग्रेस
पूनिया ने विधानसभा सत्र को लेकर कहा कि पूरे 5 साल तक कांग्रेस पार्टी सदन से भागती रही, मुद्दों से भागती रही। वहीं बीजेपी ने सदन में और सदन के बाहर भी संघर्ष किया है। सरकार किसानों की कर्जामाफी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार पर घिरी हुई है। अब वो बात कहते हैं रिपीट करने की, लेकिन उन्होंने जिस तरह से आचरण किया है उसकी परिणति कांग्रेस डिलीट होगी। बीजेपी किसानों, बेरोजगारों, महिलाओं, कानून व्यवस्था से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।