The Angle
जयपुर।
प्रदेश में विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा लेने के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में न जाना पड़े और वे अपने पसंदीदा विषय अपने स्कूल में रहकर ही पढ़ सकें, इसके लिए राज्य की गहलोत सरकार सरकारी स्कूलों में संकायों में बढ़ोतरी करने की दिशा में निरंतर कदम आगे बढ़ा रही है। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 6 जिलों के 8 स्कूलों में 11 नए विषय शुरू किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इन स्कूलों में नए विषय पढ़ाने के लिए स्कूल व्याख्याता का 1-1 पद सहित कुल 11 पद सृजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री के फैसले से विद्यार्थी स्थानीय स्तर पर चुन सकेंगे अपना पसंदीदा विषय
मुख्यमंत्री गहलोत की इस मंजूरी से प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होगी और विद्यार्थियों को अपना पंसदीदा विषय स्थानीय स्तर पर ही चुनने का मौका मिल पाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने साल 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की थी। बता दें सीएम गहलोत के इस फैसले का सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण क्षेत्रों में रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं को मिलेगा। क्योंकि कई बार अपनी पसंद का विषय स्थानीय स्कूल में नहीं मिल पाने पर माता-पिता उन्हें बाहर नहीं भेजते हैं। वहीं अपनी पसंद का विषय नहीं होने से कई बार बालिकाएं या तो स्कूल जाना छोड़ देती हैं या फिर पढ़ाई में कम रुचि लेने लगती हैं। इससे वे पढ़ाई में पिछड़ जाती हैं। लेकिन अब वे स्थानीय स्कूल में ही अपनी पसंद का विषय लेकर अपनी पढ़ाई आगे निरंतर जारी रख सकेंगी।
अलवर, बालोतरा, चूरु, जैसलमेर में 1-1, भरतपुर और जयपुर ग्रामीण के स्कूलों में 4-4 विषय बढ़ाए
जानकारी के मुताबिक अलवर के रामगढ़ महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय मुबारिकपुर में पंजाबी, बालोतरा के बायतु राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अकादरा में भूगोल, भरतपुर के राजकीय गर्ल्स माध्यमिक विद्यालय वैर में अंग्रेजी और इतिहास, भरतपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खानवा में इतिहास, चूरू के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल मोहता राजगढ़ में गृह विज्ञान, जयपुर ग्रामीण के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बगरू में इतिहास और हिन्दी साहित्य, जयपुर ग्रामीण के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जमवारामगढ़ में अंग्रेजी और गृह विज्ञान, जैसलमेर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भणियाणा में गणित विषय शामिल होगा।