राजस्थान में 53 जिले बनने के बाद अब एक नया बदलाव और किया गया है .दररअसल नए जिले बनने के बाद कई ऐसे क्षेत्र थे जो पूराने जिलों में ही रहने की मांग कर रहे थे.इसी बाच लगातार विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा था.और स्थानीय नेताओं के द्वारा मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत से भी मुलाकात की गई थी.इसके बाद सीएम ने 3 तीन नए जिले बनाने के साथ ही लोगों के विरोध को देखते हुए अब बड़ा बदलाव किया है .
राजस्थान में सीमांकन का मुद्दा सुलझाया
प्रदेश के नए जिले अनूपगढ़ में खाजूवाला और छतरगढ़ तहसीलों को शामिल किया गया था.इसके बाद से खाजूवाला और छतरगढ़ के लोग इसका विरोध कर रहे थे.वही विरोध के बाद गहलोत सरकार ने ये फैसला बदल दिया है और अब खाजूवाला और छत्तरगढ़ तहसीलों को अनूपगढ़ से हटाकर फिर से बीकानेर जिले में शामिल कर दिया है .वही राजस्व विभाग ने अनूपगढ़ और बीकानेर जिलों के नए सिरे से सीमांकन की अधिसूचना भी जारी कर दी है
राजस्थान में नए जिलों पर था विवाद
नए सिरे से सीमांकन के बाद अब खाजूवाला और छत्तरगढ़ बीकानेर जिले में शामिल कर लिए गए हैं। अनूपगढ़ जिले में अब 4 उपखंड और 5 तहसीलें रह गई हैं। बीकानेर जिले में अब 7 उपखंड और 9 तहसीलें हो गई हैं। छत्तरगढ़ और खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल करने का विरोध लगातार बढ़ रहा था। इसका सीधा नुकसान आपदा राहत मंत्री और कांग्रेस कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष गोविंद मेघवाल को हो रहा था। गोविंद मेघवाल खाजूवाला से विधायक हैं। स्थानीय लोग इलाके को बीकानेर में ही रखने पर अड़े हुए थे
8 कल्याण बोर्ड को मिली मंजूरी
वही आज सीएम गहलोत ने 8 बोर्ड के गठन को भी मंजूरी दी है .इनमें राजा बली कल्याण बोर्ड,वाल्मिकी कल्याण बोर्ड,मेघवाल कल्याण बोर्ड,पुजारी कल्याण बोर्ड,केवट कल्याण बोर्ड,जाटव कल्याण बोर्ड,धाणका कल्याण बोर्ड,चित्रगुप्त कायस्थ कल्याण बोर्ड शामिल है .वही बोर्ड के गठन के साथ ही सीएम ने विधानसभा चुनावों को देखते हुए तमाम समाजों को साधने का भी प्रयास किया है