The Angle
जयपुर।
अलग-अलग राजनीतिक दलों से उनके कार्यकर्ता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं और इससे प्रदेश की सियासत हाल के कुछ दिनों में काफी ज्यादा गरमाई हुई है। वहीं अब बेरोजगारों के अगुवा के रूप में पहचान बना चुके राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने भी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान करके राजनीतिक पार्टियों की मुश्किल बढ़ाने का काम किया है।
पार्टी और सीट पर अभी नहीं हुआ फैसला
हालांकि अभी ये तय नहीं है कि उपेन यादव किस पार्टी से और किस विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश करेंगे। इसे लेकर उन्होंने कहा कि युवा संवाद कार्यक्रम कर प्रदेशभर के युवाओं से इसे लेकर प्रतिक्रिया ली जा रही है। उसके बाद राजनीतिक दल और विधानसभा सीट का फैसला किया जाएगा। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा और कांग्रेस के साथ बात नहीं बनती है, तो वे अन्य किसी तीसरे विकल्प के बारे में भी विचार कर सकते हैं।
उपेन यादव बोले- अबकी बार युवाओं के हाथों में होगी चुनाव में जीत की चाबी
उपेन यादव ने जयपुर में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि युवा बेरोजगारों की आवाज बुलंद करने के लिए विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जो पार्टी युवा बेरोजगारों का साथ देगी, युवा उस पार्टी का साथ देंगे। इस बार जीत की चाबी युवाओं के हाथ होगी, प्रदेश में 30 से 40 लाख शिक्षित बेरोजगार हैं, जिनकी आगामी 25 नवंबर को होने वाले मतदान में अहम भूमिका रहेगी। एक युवा से कम से कम 4 से 5 लोग जुड़े हुए हैं, ऐसे में करीब 2 से ढाई करोड़ मतदाताओं की इस विधानसभा चुनाव में काफी अहम भूमिका रहेगी। उपेन यादव ने कहा कि पिछले 11 साल 8 महीने से युवा बेरोजगारों के भविष्य के लिए दोनों सरकारों में हमने संघर्ष किया है और संघर्ष के बाद यही निष्कर्ष निकला है कि सरकारों में युवाओं की भागीदारी होनी चाहिए, ताकि युवा बेरोजगारों की आवाज सीधी सरकार तक पहुंच सके।