राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी अब तक बिना किसी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है. वहीं, स्थानीय राजनीतिक दलों ने बाहरी राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन करना शुरू कर दिया है. गुरुवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव में उतारने का ऐलान किया है. आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने इस गठबंधन की घोषणा की है.
विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन
चुनाव को लेकर आरएलपी का आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन होने के बाद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जनहित के मुद्दों को लेकर हम राजस्थान की तमाम सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे और भाजपा और कांग्रेस को करारा जवाब देंगे. युवा और किसान को बदलाव की उम्मीद है और उस बदलाव को ये गठबंधन गति देगा. राजस्थान की जंग मिलकर जीतेंगे. उन्होंने कहा कि जल्द ही 12 से ज्यादा नामों का ऐलान किया जाएगा.
विधानसभा चुनावों में 200 सीटों पर उतरेंगे
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रेशखर आजाद भी मीडिया से रुबरु हुए.इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछली बार 80 लाख लोगो ने बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ वोट दिया था.इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब आमजनता क्या सोच रही है.इस दौरान आजाद ने कहा कि 29 अक्टूबर को जयपुर में बड़ी रैली आयोजित की जाएगी.जिसमें परिवर्तन की आवाज को बुलंद किया जाएगा.साथ ही कहा कि जो गठबंधन हुआ है उसके तहत 200 विधानसभा सीटों पर गठबंधन के साथ चुनाव लडंगे
गठबंधन कितना होगा कारगर ?
आपको बता दे राजस्थान विधानसभा चुनाव में बाहरी पार्टियों ने भी अपनी ताकत दिखा दी है .काफी समय से हनुमान बेनीवाल गठबंधन को लेकर बयानबाजी कर रहे थे.वही इस नये गठबंधन को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है.वही बात करे इस गठबंधन की तो कही ना कही इस गठबंधन से बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है .लेकिन ये गठबंधन अब चुनावों में कितनी सीटें अपने खाते में डालेंगे ये देखने वाली बात है