The Angle
जयपुर।
जयपुर स्थित सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में हीटवेव प्रबंधन और विभागीय कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मैराथन बीते करीब 3 घंटे से जारी है। बैठक में मुख्यमंत्री हीटवेव प्रबंधन की स्थिति जानने के लिए ऊर्जा, पीएचईडी, चिकित्सा, वन एवं पर्यावरण और ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से फीडबैक ले रहे हैं। इसके अलावा सरकार के कामकाज में पारदर्शिता लाने और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए ई-फाइलिंग, जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन, संपर्क पोर्टल पर आ रही शिकायतों का समय पर निस्तारण करने सहित कई अन्य मुद्दों पर भी फीडबैक ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने पूछा- क्या कोई ऐसा भी अधिकारी जो जिलों में गया ही नहीं ?
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री शर्मा ने बैठक की शुरुआत में ही मुख्य सचिव सुधांशु पंत से सभी प्रभारी सचिवों की रिपोर्ट मांगी। मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या कोई ऐसे भी अधिकारी हैं जो प्रभार वाले जिलों के दौरों पर गए ही नहीं या जिन्होंने जिलों के दौरों के दौरान वहां रात्रि विश्राम न किया हो ? मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई ऐसा प्रभारी सचिव हो, तो उसकी रिपोर्ट मुझे करें। वहीं उन्होंने सभी आधिकारियों को कहा कि काम का निर्धारण खुद करना पड़ता है। काम की स्थिति क्या है ? जिज्ञासा क्या है ? उस आधार पर खुद को आंकलन करना चाहिए और उसी के अनुरूप काम की रफ्तार को बढ़ाना चाहिए, ताकि समय रहते काम पूरा हो सके।
प्रभारी सचिवों से वन टू वन संवाद कर लिया फीडबैक
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान सभी जिलों के प्रभारी सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वन टू वन संवाद किया। इस दौरान प्रभारी सचिवों ने मुख्यमंत्री को संबंधित जिलों में बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं की तथ्यों के साथ जानकारी दी5। इसके साथ ही जिलों में जल संरक्षण ढांचों की स्थिति, नए ढांचे बनाने, पौधारोपण, पुनरुद्धार करने सहित कई मुद्दों पर बात की।