राजस्थान में बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा आज शुरु हो चुकी है .जिसकी शुरुआत सवाई माधोपुर से हो चुकी है .इस यात्रा को आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरी झंडी दिखाई है .इस दौरान यहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे,प्रदेश प्रभारी अरुण,राजस्थान चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी,प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी,नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़,राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा,उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया सहित अन्य सांसद और विधायकगण भी यहां मौजूद रहे .इस दौरान यहां एक सभा का भी आयोजन किया गया था
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष का सरकार पर हमला
भाजपा की ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ से पहले एक सभा का आयोजन भी किया गया.इस सभा को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संबोधित करते हुए जमकर गहलोत सरकार पर हमला बोला.उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गहलोत राज में भ्रष्टाचार की खुली छूट है .और सरकार के कुशासन से आमजनता त्रस्त हो गई है .साथ ही तंज कसा कि यह गहलोत सरकार नहीं बल्कि गृह लूट सरकार है .। इसे राजस्थान की सुख, शांति, अमन-चैन की कोई परवाह नहीं है। इस सरकार में विधायकों को खुली छूट दी है। ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।’
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने इंडिया गठबंधन पर कसा तंज
जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में विपक्ष के गठबंधन पर भी हमला बोला .उन्होने कहा कि कल ही वो लोग मुंबई में मोदी हटाओ की बात कर रहे थे.लेकिन ये लोग मोदी को इसलिए हटाना चाहते है क्योंकि ये लोग परिवार को बचाना चाहते है .और मोदी के रहते परिवारवाद नहीं हो सकता .कांग्रेस को देश की नहीं बल्कि राहुल बाबा की चिंता है .साथ ही लालू प्रसाद यादव के लिए नड्डा ने कहा कि लालू ने चारा खाया अब बेल पर है .और उनको तेजप्रताप और तेजस्वी की चिंता है.ममता बनर्जी को देश की नहीं, भतीजे की चिंता है। शरद पवार को सुप्रिया की चिंता है। करुणानिधि का बेटा स्टालिन, ये परिवार बचाने चले हैं। इन्हें देश की चिंता नहीं है।
राजे ने ईआरसीपी पर सरकार को घेरा
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी मंच से संबोधन दिया .उन्होने ईआरसीपी को लेकर कहा कि ईआरसीपी को लेकर वसुंधरा राजे ने कहा कांग्रेस सरकार जनता को गुमराह कर रही है। मेरे कार्यकाल में हमने इन 13 राज्यों की पेयजल और सिंचाई की समस्या को देखते हुए योजना बनाई थी। लेकिन सरकार प्रपोजल नहीं बना कर भेज रही है, जबकि हमने 50% निर्भरता पर प्रपोजल बनाया था।, दुर्भाग्य से कांग्रेस की सरकार आ गई और इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया, 13 जिलों को पीने के पानी और सिंचाई का लाभ मिलता, कांग्रेस सरकार ने कोई गंभीर प्रयास नहीं किया, जानबूझकर इस योजना को विवादित बनाया जा रहा है।