The Angle
जयपुर।
छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्र नेता अपने-अपने तरीके से विरोध दर्ज कर रहे हैं। आज राजस्थान विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेताओं ने कुलपति की शव यात्रा निकालकर कुलपति आवास के बाहर दाह संस्कार किया। इनमें से 2 छात्र पुलिस को चकमा देकर कुलपति आवास के अंदर जा घुसे, जिन्हें बलपूर्वक बाहर निकाला गया। वहीं एक अन्य छात्र नेता ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को खून से पत्र लिखकर छात्र संघ चुनाव कराने की मांग की, तो कुछ छात्र प्रदर्शन के दौरान राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर के विज्ञान भवन, सेंट्रल लाइब्रेरी और एडम ब्लॉक की इमारत पर चढ़ गए। इससे पहले एक छात्र नेता पेट्रोल से भरी बोतल लेकर कुलपति सचिवालय में भी दाखिल हो गया था।
राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले छात्रसंघ चुनाव पर लगाई रोक
इस साल के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे ठीक पहले अगस्त में होने वाले छात्र संघ चुनाव पर सरकार ने रोक लगा दी है, जिसके बाद से ही छात्र नेता राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे हैं। छात्र नेताओं की मानें तो मुख्यमंत्री खुद छात्र राजनीति से आगे बढ़कर आज मुख्यमंत्री बने हैं। इसके बावजूद राजनीति की पहली सीढ़ी तोड़ने में लगे हुए हैं। छात्रों ने कहा कि प्रदेश का छात्र आक्रोशित है और वो भूख हड़ताल कर रहे हैं। यहां तक कि पानी की टंकी पर चढ़कर अपने विरोध को जाहिर कर रहे हैं। कई छात्रों की तबीयत बिगड़ती जा रही है, लेकिन प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।
देव पलसानिया ने खून से मुख्यमंत्री के नाम लिखा पत्र, दिग्विजय सिंह चौटाला लिए गए हिरासत में
उधर एबीवीपी के छात्र नेता देव पलसानिया ने मुख्यमंत्री के नाम खून से पत्र लिखकर छात्र संघ चुनाव कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जो छात्र संघ चुनाव नहीं करने का काला फैसला उन्होंने लिया है, उसे वापस लें। जो छात्र नेता छात्र हितों में 365 दिन यूनिवर्सिटी कैंपस में रहकर संघर्ष करते हैं, उनके हकों को दबाने का काम न करें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि राजस्थान की छात्र शक्ति सड़कों पर उतरेगी, उसके जिम्मेदार केवल मुख्यमंत्री होंगे। वहीं हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय सिंह चौटाला भी इन छात्रों को समर्थन देने विश्वविद्यालय पहुंचे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दिग्विजय सिंह हैंडबॉल फेडरेशन के नेशनल अध्यक्ष हैं। इस दौरान दिग्विजय सिंह के साथ करीब 50 छात्रों ने गिरफ्तारी दी।