Home National मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले- विधायकों को किया जा रहा मानसिक रूप से...

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले- विधायकों को किया जा रहा मानसिक रूप से प्रताड़ित

453
0

द एंगल।

जयपुर।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आप अपने खेमे के सभी विधायकों को जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट कर दिया। यहां ये विधायक 14 अगस्त तक रहेंगे। 14 अगस्त को विधानसभा सत्र की शुरुआत होनी है। इसलिए सभी विधायकों को यहां रखा जाएगा। मुख्यमंत्री गहलोत सबसे आखिर में रवाना हुए। एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबको, पूरे मुल्क को राजस्थान का घटनाक्रम मालूम है। अनफॉर्च्युनेटली जिस प्रकार से जो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने जिस रूप में इस खेल को खेला गया है, हमारी ही पार्टी के कुछ नेताओं को जिस प्रकार से षड्यंत्र करके उनको ले जाया गया मानेसर में गुड़गांव में होटलों में रिसॉर्ट में रखा गया है, जिसे पूरे देश में इस तरह का माहौल ऐसा बन गया है।

सबने मिलकर कोरोना की जंग लड़ने का प्रयास किया- मुख्यमंत्री गहलोत

गहलोत ने आगे कहा कि राज्यपाल महोदय ने जो आदेश जारी किया है उसके अनुसार आगामी 14 अगस्त को विधानसभा सत्र आहूत होगा, हमारे विधायक लोग 15 दिन से ज्यादा दिनों से बैठे हुए हैं होटलों के अंदर, कुछ साथी हमारे बैठे हुए हैं वहां पर मानेसर होटलों में बैठे हुए हैं, तो डेमोक्रेसी के अंदर स्थिति क्लियर होनी चाहिए। एक तरफ तो कोरोना महामारी की स्थिति है, सभी को कोरोना की चिंता है, हम पिछले तीन-चार महीनों से कोरोना की जंग को लड़ने के लिए लगे हुए थे, लड़ाई अच्छे ढंग से लड़ी गई, लोग बहुत खुश हुए कि सरकार जो कर सकती है उससे अधिक कर रही है, MLAs चाहे बीजेपी के हों चाहे कांग्रेस के हों चाहे कोई हों, किसी ने कोई कमी नहीं रखी, सबने मिलकर इस जंग को लड़ने का प्रयास किया, पूरे मुल्क में राजस्थान की वाहवाही हुई।

मुख्यमंत्री बोले- हमारे नए-नए प्रयोग सफल हुए इसलिए विश्वभर में हुई तारीफ

सीएम ने आगे कहा कि इलाज के अंदर हमने कमी नहीं रखी। नए-नए प्रयोग हमारे सब सफल हुए, इसीलिए पूरे विश्व के अंदर उसकी तारीफ हुई, जो प्रयोग अस्पतालों में यहां पर हुए, उसी रूप में हमने कैपेसिटी बढ़ा दी टैस्टिंग की। आज हमने 40 हजार टैस्ट पर डे करने की कैपेसिटी पैदा कर ली है, उसी रूप में यहां पर इलाज हो रहे हैं, मृत्युदर सबसे कम है। अब तो 1 पर्सेंट से भी कम मृत्युदर हो गई है यहां पर राजस्थान के अंदर, हिंदुस्तानभर में सबसे अच्छी है इतनी कम हो गई है। डबलिंग रेट बहुत कम है, रिकवरी रेट शानदार है हमारे यहां पर, सब अच्छा हो रहा है।

पर ये जो भारतीय जनता पार्टी के नेता जो आज सत्ता में बैठे हुए हैं, अमित शाह जी का नाम मैं बार-बार इसलिए लेता हूं कि फोरफ्रंट पर वो ही आते हैं, कर्नाटक के लिए भी या मध्यप्रदेश के लिए भी, गोवा हो, मणिपुर हो, अरुणाचल प्रदेश हो, सब जगह वो ही आते हैं, तो मजबूरी में कहना पड़ता है कि अमित शाह जी आपको क्या हो गया है ? आप रात-दिन, जागते हुए-सोते हुए हर वक्त आप सोचते हो कि किस तरह मैं गवर्नमेंट को गिराऊं। अब चुनी हुई सरकारें यदि इस तरह से गिरने लगेंगी, तो देश में डेमोक्रेसी कहां बचेगी ? ये डेमोक्रेसी बचाने का अभियान हम चला रहे हैं पूरे देश के अंदर।

कांग्रेस ने 70 साल तक डेमोक्रेसी को बचाए रखा, लेकिन आज हमें चिंता हो रही है- मुख्यमंत्री

लोकतंत्र को बचाए रखने में कांग्रेस के योगदान का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 70 साल तक कांग्रेस ने जहां इंदिरा गांधी की जान चली गई, राजीव गांधी शहीद हो गए, बेअंतसिंह जी शहीद हो गए हमारे मुख्यमंत्री पंजाब के, पर डेमोक्रेसी को मजबूत रखा, देश एक रहा, अखंड रहा। पाकिस्तान की तरह बार-बार यहां पर सैनिकों का शासन नहीं हुआ। उस मुल्क में आज डेमोक्रेसी की जो हत्या हो रही है उसकी चिंता हम सबको है।

डेमोक्रेसी की रक्षा करना हम सभी की ड्यूटी- सीएम गहलोत

विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट करने का कारण बताते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जैसे ही परसों राज्यपाल महोदय का विधानसभा सत्र आहूत करने का आदेश जारी हुआ, वैसे ही हमारे विधायकों के पास जाने कहां-कहां से टेलीफोन आने लग गए उनके पास। हमारे विधायकों को खुद को, उनके परिवारवालों को, उनके मिलने वालों को, धमकी भरे भी, दबाव से भी, मानसिक रूप से परेशान कर दे विधायकों को, ऐसा माहौल बना दिया। जिस मुल्क में ये हॉर्स ट्रेडिंग हो रही हो जिस रूप में उस मुल्क का क्या होगा ? हम सबकी ड्यूटी है, हर नागरिक की ड्यूटी है, मीडिया की ड्यूटी है, इस मुल्क से ज्यूडिशियरी हो, विधायिका हो, कार्यपालिका हो या मीडिया हो, सबकी ड्यूटी पहला काम है हम डेमोक्रेसी को बचाएं।

हर नागरिक का कर्त्तव्य बनता है डेमोक्रेसी को बचाने के लिए वो आगे आए, ये मैं अपील करना चाहता हूं। इसीलिए हमारे विधायकों को, ये सोचा गया, काफी दिन से यहां बैठे हुए थे, इतना मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे थे कि हमने कहा चलो इनको शिफ्ट कर देते हैं। दबाव कम होगा वहां पर, ज्यादा दूर भी है, इसलिए हम जा रहे हैं।

सरकार बचाना भी जरूरी, लेकिन गवर्नेंस से कोई समझौता नहीं होगा- गहलोत

मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही यह भी जानकारी दी कि विधायकों को भले ही 14 अगस्त तक के लिए जैसलमेर शिफ्ट किया जा रहा है, लेकिन सरकार प्रदेश की जनता को गुड गवर्नेंस देने में कोई कसर नहीं रखेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जयपुर रहूंगा खुद, मेरे मंत्रीगण जयपुर रहेंगे अधिकांश लोग, आते-जाते रहेंगे परंतु गवर्नेंस में हम लोग कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं करेंगे। मैं रोजाना वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड को लेकर और विभिन्न विभागों की मीटिंग ले रहा हूं। रोज आदेश जारी हो रहे हैं, कानून व्यवस्था की स्थिति हमने संभाल रखी है पूरी तरह से, पर साथ में सरकार बचाना जरूरी है क्योंकि जिस प्रकार से गवर्नमेंट ऑफ इंडिया खुद लग जाए, गृह मंत्रालय लग जाए तो आप सोच सकते हो कि मुकाबला करने के लिए आज खुद जनता साथ दे रही है हमारा।

राजस्थान का बच्चा-बच्चा, हर परिवार चिंतित है, वो सोच रहे हैं कि हो क्या रहा है मुल्क के अंदर ? राजस्थान में क्या हो रहा है ? इसको लेकर राजस्थान की पूरी 7 करोड़ जनता दुःखी है चिंतित है। हम उन सबकी भावनाओं को रीप्रजेंट करते हुए इस अभियान को चलाए हुए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here