The Angle
जयपुर।
कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज धर्मगुरूओं, एनजीओ, राजनीतिक दल के लोगों से विडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इस मीटिंग में सभी ने सीएम गहलोत को अपने अपने सुझाव दिए। साथ ही राजस्थान में कोरोना के मैनेजमेंट को लेकर सभी ने तारीफ की।
संक्रमण को रोकने की करेंगे हर संभव कोशिश- मुख्यमंत्री
मीटिंग में सीएम गहलोत ने सभी को आश्वस्त किया की हम हर संभव कोशिश करेंगे कोरोना के भयावह संक्रमण को रोकने की। सीएम ने कहा की पहले हमने जीरो से शुरू किया था लेकिन अब हम प्रतिदिन 70 हजार आरटी पीसीआर टेस्ट करते है, कोशिश करेंगे की इसे एक लाख तक पहुंचाए। इसी के साथ सीएम गहलोत ने कहा की राजस्थान के कोरोना मैनेजमेंट की पूरी दुनिया में तारीफ हुई है। सीएम ने कहा कि कोविड की लड़ाई अस्पताल में नहीं लड़ी जा सकती, इसे हमें जनता के सहयोग से लड़ना होगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जो आकंड़े आ रहे हैं उनमें से करीब 30 पर्सेंट डेथ भी और संक्रमित भी गांव के लोग हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत बोले- अप्रैल में ये हाल तो पीक समय में पता नहीं क्या होगा ?
मुख्यमंत्री ने इस वर्चुअल मीटिंग के दौरान विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं, ट्रेड एसोसिएशन्स के प्रतिनिधियों और व्यापारियों से भी बात की। उन्होंने पिछले साल के कोरोना हालात के बारे में बात करते हुए कहा कि पिछली बार भी पूरी पब्लिक ने, धर्मगुरुओं ने, मंदिरों ने, मस्जिदों ने, जिसका बस चला, गुरुद्वारों में भी सब जगह लोगों ने भरपूर सहयोग किया। सूखा राशन भी, पका भोजन भी, सरकार ने भी राशन भी दिया और फाइनेंस भी दिया, अभी भी दे रहे हैं, तो हमने सबने मिलकर मुकाबला उस वक्त में किया था। अभी आप सुन रहे हो कि जो दूसरी लहर आई है वो बहुत खतरनाक आ गई है, अभी तो शुरुआत हुई है, अप्रैल ही है अभी तो, पिछली बार भी सितंबर-अक्टूबर में इसका पीक आया था, अब पता नहीं पीक आएगा सितंबर-अक्टूबर में, तब तक या तो खत्म हो जाएगा और अगर बढ़ गया तो पता नहीं क्या होगा।
सब मिलकर ही जीत पाएंगे कोरोना से जंग- गहलोत
मुख्यमंत्री ने इस कोरोना जंग में सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि हम लोगों को सबको मिलकर ही करना पड़ेगा, मिलने में ही ताकत है, पूरे प्रदेशवासी हों, जनप्रतिनिधि हों, नेता हों, राजनेता हों, व्यापारी हों, ट्रेड यूनियन वाले हों, धर्मगुरू हों, सबको मिलकर ही करना पड़ेगा पहले की तरह। मुझे गर्व है कि राजस्थान की जनता ने पिछली बार कोई कमी नहीं रखी, कोई भूखा नहीं सोएगा का, आपने उसको निभाया, राजस्थान सतर्क है, उसी ढंग से आप सतर्क रहे।
प्रदेश में 70 लाख टैस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता- सीएम गहलोत
अब भी वही भावना हममें है, कोई चिंता की बात मत करो, सारी व्यवस्था हमने कर रखी है, पहले हम जीरो पर थे टैस्टिंग में, अब 70 हजार पर डे कर रहे हैं, हम 1 लाख तक जाएंगे, पूरे बेड बना रखे हैं अस्पतालों के अंदर, आईसीयू बेड्स बने हुए हैं, ऑक्सीजन की लाइनें बिछी हुई हैं, ऑक्सीजन बनाने के लिए प्लांट लग गए हैं छोटे-बड़े, और तो आप देख लीजिए कि वहां घुसते ही ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रहे हैं।
अस्पतालों में नहीं, मैदान पर लड़ी जाती है असली लड़ाई- गहलोत
सीएम गहलोत ने इस मौके पर प्रदेशवासियों को ये भी कहा कि सरकार ने अपने स्तर पर इलाज मुहैया करवाने में तो कोई कमी नहीं रखी है, लेकिन कोविड की असल लड़ाई अस्पतालों में नहीं लड़ी जाती, वहां तो मरीज जाएंगे, उनको ठीक करने का प्रयास करेंगे। लड़ाई लड़ी जाती है मैदान के अंदर, जहां प्रोटोकॉल अडॉप्ट करें आप सब, अच्छा लग रहा है कि सब लोग बैठे हुए हो मास्क लगाकर, असली लड़ाई ये है, जो आप लड़ रहे हो, मास्क जो है आपका वो वैक्सीन से कम नहीं है, मास्क लगाना, हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग करना, ज्यादा जरूरी ये है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रदेश सरकार के बेहतरीन कोरोना मैनेजमेंट और भीलवाड़ा मॉडल की भी बात की।
विपक्ष ने भी की सीएम के कोरोना मैनेजमेंट की तारीफ
वहीं इस मीटिंग में विपक्ष के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी सीएम गहलोत के कोरोना मैनेजमेंट की तारीफ की। मीटिंग के दौरान अधिक से अधिक संख्या में वैक्सीनेशन किए जाने के साथ ही ये भी सुझाव दिया गया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर आमजन में भय का माहौल है। वैक्सीनेशन के बाद आने वाले बुखार के चलते भी लोग वैक्सीनेशन से दूरी बना रहे हैं। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में इसके प्रति लोगों को जागरूक करने और लोगों में कोरोना वैक्सीन को लेकर भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत है। वहीं मुख्यमंत्री आज प्रदेश में लगातार बेकाबू होते जा रहे कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
यहां देखें, क्या कुछ कहा विभिन्न वर्गों के जनप्रतिनिधियों और सीएम गहलोत ने कोरोना को लेकर…