The Angle
जयपुर।
प्रदेश के बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया करवाने के उद्देश्य से सूबे की अशोक गहलोत सरकार ने महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूलों की शुरुआत की थी। अब तक प्रदेशभर में करीब 2 हजार अंग्रेजी माध्यम महात्मा गांधी स्कूल खोले जा चुके हैं। इनमें पढ़ाने के लिए सरकार ने टीचर्स के अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाई करने की अनिवार्यता रखी थी। ऐसे में अभी तक भी इन स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों को नियुक्त नहीं किया जा सका है। इसका रास्ता निकालते हुए सरकार ने संविदा पर शिक्षकों की भर्ती शुरू की थी।
महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूलों को अगस्त माह में मिल जाएंगे टीचर्स
अब कहा जा रहा है कि अगले महीने में इन स्कूलों को शिक्षक मिल जाएंगे। हालांकि अभी भी सभी स्कूलों के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं मिल पा रहे हैं। इसलिए शुरुआत में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों को पोस्टिंग देने में प्राथमिकता दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक संविदा पर भर्ती शिक्षकों को हर महीने संविदा पारिश्रमिक के रूप में 16 हजार 900 रुपए दिए जाएंगे।
साइंस-मैथ्स के 99 फीसदी पद भरेंगे, अंग्रेजी के 50 फीसदी पद रह जाएंगे खाली
जानकारी के मुताबिक साइंस-मैथ्स के 99 प्रतिशत पद इससे भर जाएंगे, जबकि अंग्रेजी विषय के केवल 50 फीसदी पद ही भरे जा सकेंगे, ऐसे में अभी भी 50 फीसदी अंग्रेजी शिक्षक के पद खाली ही रह जाएंगे। इसके लिए संविदा भर्ती 2023 में चयनित 4 हजार 882 शिक्षकों की काउंसलिंग शुरू हो चुकी है।
अंग्रेजी में कमजोर होने से प्रदेश के युवाओं को आगे बढ़ने के नहीं मिल पाते मौके
बता दें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुताबिक राजस्थान के विद्यार्थी हर मामले में आगे हैं, लेकिन अंग्रेजी विषय में पकड़ कमजोर होने की वजह से उन्हें अन्य प्रदेशों के युवाओं की तरह आगे बढ़ने के मौके नहीं मिल पाते। इसलिए प्रदेश के बच्चों को शुरुआत से ही अंग्रेजी में भी मजबूत करने के लिए सरकार ने ये पहल की है, जिसे लेकर आमजन काफी खुश हैं।