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राजस्थान में पड़ रही कड़ाके की ठंड लोगों को कर रही परेशान, 16 दिसंबर के बाद मावठ के आसार

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प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड लोगों को कर रही परेशान, 16 दिसंबर के बाद मावठ के आसार (सांकेतिक तस्वीर)

The Angle

जयपुर।

राजस्थान में पड़ रही सर्दी की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर सुबह और रात को धुंध है। इस वजह से वाहन चालकों को भी गाड़ी चलाने में दिक्कत हो रही है। प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में तापमापी में पारे के उतार और चढ़ाव का दौर लगातार जारी है। आज सुबह यहां न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऐसे में बीती रात माउंट आबू में न्यूनतम पारा 0.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। तापमान में भले ही एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई हो, लेकिन यहां के लोगों को अभी भी ठंड का अहसास पहले की तरह ही हो रहा है और यहां पड़ रही कड़ाके की सर्दी में कोई बदलाव नहीं आया है।

सड़कों के मुख्य मार्गों पर कड़क की ठंड से निजात पाने के लिए लोग अलाव तापते हुए नजर आए। घास के मैदानों में फूल पत्तियों सहित कई स्थानों पर ओस की बूंदें नजर आईं, जो कि अत्यधिक ठंड के कारण बर्फ में बदल गईं।

राजस्थान के पहाड़ी के साथ ही रेतीले धोरों में भी पड़ रही कड़ाके की ठंड

बता दें राजस्थान के पहाड़ी क्षेत्र के साथ ही रेतीले धोरों में भी हाड़ कंपकंपा देने वाली सर्दी का दौर चल रहा है। जैसलमेर में दिन का तापमान जहां 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, वहीं रात में तापमान सिंगल डिजिट में दर्ज किया जा रहा है। इससे यहां घूमने आए सैलानियों और स्थानीय लोगों के लिए काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है क्योंकि उन्हें दिन में तो गर्मी का अहसास हो रहा है, लेकिन रात को कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं इस ठंड के बीच प्रदेश के किसानों को मावठ का बेसब्री से इंतजार है, ताकि फसलों को उससे फायदा मिल सके। बता दें खेतों में अभी चना, सरसों और गेहूं की फसलें प्यासी खड़ी हैं। यहां मावठ पड़ेगी, तो इन फसलों की अच्छी बढ़त भी होगी, जिसका असर फसल के उत्पादन पर भी सकारात्मक रूप में देखने को मिलेगा।

16 दिसंबर से प्रदेश में फिर सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ, मावठ के आसार

मौसम विभाग की मानें 16 दिसंबर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस वजह से मावठ की बारिश होने की संभावना है। हालांकि इस पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से उत्तर भारत के साथ राजस्थान के कई इलाकों में सर्दी का कहर और तेज हो सकता है। हालांकि कुछ दिन तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है और मावठ होने की संभावना कम है।

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