The Angle
जयपुर।
चुनावी साल में सीएम गहलोत एक के बाद एक प्रदेशवासियों को सौगात दे रहे हैं। वहीं अब जल्द ही इन प्रदेशवासियों के विधानसभा जनप्रतिनिधियों को भी एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। दरअसल 2 साल पहले 11 अगस्त 2021 को विधायक नगर पश्चिम में विधायकों के पुराने 54 आवासों को ध्वस्त करते हुए ‘विधायक आवास‘ की नींव रखी गई थी। यहां 24 हजार 160 वर्ग मीटर जमीन पर 6 टावर बनाते हुए 160 फ्लैट बनाए गए हैं। 4 बीएचके + एक सर्वेंट रूम वाले इन फ्लैट का बिल्ट अप एरिया 3200 वर्ग फीट है। जानकारी के मुताबिक जल्द ही इन फ्लैट्स का लोकार्पण कर दिया जाएगा।
राजस्थान आवासन मंडल ने 2 साल से भी कम समय में पूरा किया निर्माण कार्य
अब प्रदेश के विधायक किसी क्वार्टर में नहीं, बल्कि लग्जरी अपार्टमेंट में रहेंगे। राजस्थान आवासन मंडल की ओर से विधानसभा के बाएं ज्योति नगर में ये विधायक आवास तैयार किए गए हैं। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप इनके निर्माण के लिए 2 साल का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन आवासन मंडल ने फुर्ती दिखाते हुए इसे 2 साल से भी कम समय में इन फ्लैट्स का निर्माण कार्य पूरा कर दिया है और अब बस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथों इनका फीता कटना बाकी है।
मुख्यमंत्री गहलोत को भी बताई थी विधायकों ने एमएलए क्वाटर्स में परेशानी की बात
यहां 160 फुली फर्निश्ड फ्लैट के साथ सेंट्रल लॉन, क्लब हाउस, स्विमिंग पूल, वॉकिंग ट्रैक, जिम और रेस्टोरेंट जैसी सुविधाएं विधायकों के लिए विकसित की गई हैं। खास बात ये है कि इन विधायक आवास में जब एंट्री करेंगे तो जयपुर की विरासत और विधानसभा की भव्यता का एहसास होगा। बता दें मुख्यमंत्री गहलोत ने इन विधायक आवास का शिलान्यास करने के दौरान आयोजित कार्यक्रम में भी ये बात कही थी कि दशकों पुराने होने के कारण पुराने विधायक क्वाटर्स में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इसकी वजह से विधायकों को काफी परेशानी हो रही थी। ऐसे में उन्हें ध्वस्त करते हुए नई योजना का क्रियान्वयन किया गया है।
विधायक आवासों के लोकार्पण की तारीख अभी तय नहीं
जानकारी के मुताबिक अभी तक इनके लोकार्पण की तारीख निर्धारित नहीं हुई है। लेकिन बताया जा रहा है कि मौजूदा विधानसभा सत्र के आखिरी दिन ये कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है। चर्चा है कि मौजूदा विधानसभा का ये आखिरी सत्र है और इसके आखिरी दिन विधायक फ्लैट्स का लोकार्पण होगा। ऐसे में सदन के सभी 200 प्रतिनिधि इस दिन विधानसभा में मौजूद रह सकते हैं। 21 जुलाई को हुई बीएसी की मीटिंग में 24 जुलाई तक के कार्य डिस्कस किए जा चुके हैं। अब 24 जुलाई को फिर से बीएसी की मीटिंग होगी। उसके बाद पता चलेगा कि विधानसभा की कार्यवाही कब तक चलेगी। ऐसे में ये कार्यक्रम 24 जुलाई के बाद कभी भी आयोजित किया जा सकता है।