The Angle
जयपुर।
भाजपा के वरिष्ठतम नेता और भीलवाड़ा के शाहपुरा से विधायक कैलाश मेघवाल के केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों पर पार्टी गंभीर है और उन्हें नोटिस जारी कर 10 दिन में इस मामले में जवाब देने को कहा गया है। हाल ही में कैलाश मेघवाल ने न सिर्फ भाजपा को शाहपुरा सीट से उन्हें टिकट देने के लिए कहा था, साथ ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर सिविल सर्विस में रहते हुए भ्रष्टाचार करने के आरोप भी लगाए थे।
मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने भी किया था कैलाश मेघवाल के आरोपों का समर्थन
वहीं इसके बाद गहलोत सरकार में मंत्री और बीकानेर के खाजूवाला से विधायक गोविंद राम मेघवाल ने भी कैलाश मेघवाल के आरोपों का समर्थन करते हुए उन्हें भ्रष्टाचारी नेता बताया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने कैलाश मेघवाल से जवाब देने को कहा है।
शोभारानी कुशवाह की तरह पार्टी कर सकती है बर्खास्त
माना जा रहा है कि चुनावी साल में भाजपा के वरिष्ठ विधायक के इस बयान से अर्जुन राम मेघवाल और पार्टी की इमेज को नुकसान होना तय है। ऐसे में अगर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष 10 दिन में अपना जवाब पेश नहीं करते हैं या पार्टी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं होती है, तो शोभारानी कुशवाहा की तरह उन्हें भी पार्टी से बर्खास्त किया जा सकता है।
कैलाश मेघवाल फैक्टर से भाजपा को हो सकता है नुकसान
वहीं जानकारों का मानना है कि पार्टी उनकी अधिक उम्र को देखते हुए इस बार शाहपुरा से किसी अन्य नेता को टिकट दे सकती है। ऐसे में अगर शाहपुरा के मौजूदा विधायक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी चुनावी मैदान में ताल ठोक सकते हैं क्योंकि इस बार सीएम गहलोत ने बजट में शाहपुरा को जिला बनाए जाने की घोषणा की थी, उसके बाद से वे विधानसभा चुनाव जीतने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। वहीं कैलाश मेघवाल को अगर पार्टी बाहर का रास्ता दिखाती है या वे खुद बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं, तो इससे भाजपा को नुकसान और कांग्रेस को फायदा मिलना तय है।