राजस्थान बीजेपी में घमासान तेज हो गया है अब वसुंधरा राजे गुट को सामने आने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इसका उदाहरण हाल ही में कैलाश मेघवाल के बयान के बाद जिस तरीके से उनका विरोध हो रहा है वह है। आने वाले समय में वसुंधरा गुट को पीछे खदेड़ने के लिए यह एक रणनीति के तहत किया जा रहे कार्य हैं. और उसी रणनीति के तहत भी बीजेपी की अनुशासन समिति ने कैलाश मेघवाल को नोटिस थमा दिया है..
कैलाश मेघवाल के बयान का विरोध
मेघवाल के बयान को लेकर अब विरोध में तेज हो गया है . वही भीलवाडा में सर्व समाज के बैनर तले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल का पुतला भी फूंका गया.और उनके द्वारा अर्जुन राम मेघवाल पर दिए गये बयान का विरोध जताया.आपको बता दे जहां एक और एक खेमा उनके बयान का विरोध जता रहा है तो दूसरी ओर चर्चाएं कुछ और भी चल रही है .दरअसल सियासी गलियारों में चर्चाएं ये भी चल रही है कि ये बयानबाजी करवाई जा रही है .और राजे की नाराजगी इस बयानबाजी का भी बडा कारण बताया जा रहा है .
कैलाश मेघवाल है राजे गुट के नेता
दरअसल वसुंधरा राजे इन दिनों पार्टी से रुठी रुठी नजर आ रही है क्योंकि बीजेपी द्वारा गठित नई टीमों में राजे को जगह नही दी गई.उसके बाद से कई तरह के सवाल खडे होने लगे .वही कैलाश मेघवाल को वसुंधरा गुट का नेता भी माना जाता है .तो इस तरह देखा जाए तो अब वसुंधरा खेमा अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ खुलकर बयानबाजी करने से पीछे नहीं हठ रहा है .और जैसे जैसे विधानसभा चुनावों का समय नजदीक आ रहा है वैसे वैसे ये बयानबाजी और खेमेबाजी बीजेपी में आगे बढती हुई दिख रही है .
दीया कुमारी का बयान भी चर्चा में
वसुंधरा राजे को जिस तरह से पार्टी में नजरअंदाज किया जा रहा है उसका नतीजा ये भी है कि अब पार्टी नेतृत्व और राजस्थान बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ वसुंधरा गुट के नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है.वही हाल ही में एक दीया कुमारी ने भी प्रदेश पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए सतीश पूनिया की ताऱीफ कर दी है.इससे साफ ये देखा जा रहा है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है ..
अर्जुनराम मेघवाल है निशाने पर
वही जिस तरह से कैलाश मेघवाल ने अर्जुनराम मेघवाल के खिलाफ बयानबाजी की है उसके पीछे की बडी वजह ये भी देखी जा रही है कि कही ना कही पार्टी ने उन्हे राजस्थान के विधानसभा चुनावों में कुछ ज्यादा ही तरहीज दी है .जिसके चलते राजे गुट के नेता इस बात को भी सहन नहीं कर पा रहे है.इसलिए अब खुलकर राजे गुट ने अपनी ही पार्टी के नेता और दूसरे गुट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है .