The Angle
जयपुर।
राजस्थान में कांग्रेस के पार्टी के चुनावी अभियान को धार देने पहुंचीं पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने टोंक के निवाई में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान प्रियंका गांधी ने जहां राजस्थान सरकार की योजनाओं को लेकर सीएम गहलोत के कामकाज की जमकर मंच से तारीफ की, वहीं केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा को पूंजीवाद और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने के लिए जमकर निशाने पर लिया।
लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन, उससे बड़ा कोई नहीं- कांग्रेस नेता
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज यह नौबत क्यों आई है कि प्रदेश की सरकारों को महंगाई राहत कैंप लगाने पड़ रहे हैं। आज हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। सैकड़ों घर बर्बाद हो गए। लेकिन घर बनाने में काम आने वाली सीमेंट महंगी करवा दी। प्रियंका गांधी ने कहा कि राजस्थान को वीरता और त्याग की भूमि कहा जाता है। राजस्थान की भूमि के कण-कण में वीरता की कहानियां हैं। प्रियंका गांधी ने मंच से डिग्गी कल्याण जी का जोरदार जयकारा लगाया। साथ ही कहा कि लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन होती है। लोकतंत्र में जनता से बड़ा कोई नहीं है। अंतिम छोर के गरीब तक योजनाएं पहुंचाना कांग्रेस का लक्ष्य है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की।
प्रियंका गांधी ने केंद्र से पूछा- ईआरसीपी के मुद्दे पर मौन क्यों है सरकार ?
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जिस सरकार की नीयत सही होती है, वो सरकारी पैसे को सही जगह जनता की भलाई के लिए खर्च करती है। राजस्थान में ऐसी ही सरकार सीएम अशोक गहलोत की सरकार है। केंद्र की सरकार को देश की गरीब और मध्यमवर्गीय जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। वह तो धनवान की जय-जयकार करती है। देवनारायण जी की श्रद्धा, डिग्गी कल्याणजी की श्रद्धा,’ ‘धन्ना भगत जी के विचार’ इसी सोच पर कांग्रेस सरकार आगे बढ़ रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए पूछा कि वे ईआरसीपी पर मौन क्यों हैं ? अब चुनाव आ गए हैं, मेरा आग्रह है, ऐसे नेता चुनिए जिसके मन में अहंकार नहीं, आपके प्रति श्रद्धा है। जो सत्ता में आकर लोगों की मुश्किलें नहीं बढ़ाए, बल्कि सत्ता में आकर आपकी तकलीफों को दूर करे। राजस्थान में कांग्रेस सरकार ऐसी ही सरकार है।
लोकतंत्र में जनता के प्रति नेता में होना चाहिए श्रद्धाभाव- कांग्रेस महासचिव
उन्होंने कहा कि G-20 के बैठक स्थल पर बारिश से पानी आ गया। शायद प्रकृति कह रही थी कि बीजेपी के नेता अपना अहंकार कम करें। प्रियंका गांधी ने कहा कि रणथंभौर में प्रसिद्ध गणेश मंदिर है, मैं वहां कई बार गई हूं। उसी रास्ते से शेर, बाघ चलते हैं, मैं भी चलती हूं। लेकिन मैं हमेशा देखती हूं कि मंदिर में दर्शन करने आने वालों के मन में कोई डर नहीं होता क्योंकि उनकी श्रद्धा भगवान के प्रति होती है। लोकतंत्र में ऐसी श्रद्धा नेता की जनता के प्रति होनी चाहिए। लेकिन सत्ता में आने के बाद नेता की जनता जनार्दन की बजाय खुद की महत्वाकांक्षा आगे आ जाती है।