The Angle
जयपुर।
झालावाड़ जिले के डग विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान भाजपा विधायक कालूराम मेघवाल को क्षेत्र में ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने भाजपा विधायक की गाड़ी को रोक उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण विधायक की कार्यशैली को लेकर नाराज थे। उनका आरोप है कि क्षेत्र के भाजपा विधायक ने पिछले 5 वर्षों में विकास का कोई कार्य नहीं करवाया है। वहीं ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को देखकर विधायक अपनी गाड़ी से उतरकर उनको एक बार समझाने का प्रयास करना चाहा, लेकिन फिर वह वापस गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए।
भाजपा विधायक कालूराम मेघवाल का लोगों ने जताया विरोध, गाड़ी रोककर दिखाए काले झंडे
वहीं इसे लेकर विधायक कालूराम मेघवाल ने बताया कि वे अपने क्षेत्र का दौरा कर रहे थे। इसी दौरान हरनीखेड़ा गांव के मुख्य सड़क पर कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी के सामने आकर उन्हें काले झंडे दिखाकर, विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पिछले कई वर्षों से विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का सुपड़ा साफ होता आया है। ऐसे में विरोधी पार्टी नए-नए हथकंडे अपनाकर जनता को गुमराह कर रही है।
शिमला बावरी संतोष बावरी को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज, अब निर्दलीय ही लड़ेंगी चुनाव
उधर भाजपा ने अनूपगढ़ विधानसभा से मौजूदा विधायक संतोष बावरी को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है। इससे पूर्व विधायक शिमला बावरी नाराज हो गईं। 2 दिन पहले भी शिमला बावरी ने अपने समर्थकों के साथ बैठक की थी और आज एक बार फिर उन्होंने बैठक कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। पूर्व भाजपा विधायक ने घड़साना की अग्रवाल धर्मशाला में अपने समर्थकों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने चर्चा के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
अनूपगढ़ में पूर्व विधायक की बगावत से कांग्रेस को होगा फायदा
पूर्व विधायक शिमला बावरी के निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा से भाजपा की मुश्किलें बढ़ने के पूरे आसार हैं। जानकारों का मानना है कि अनूपगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बावरी समाज निर्णायक की भूमिका में है। वहीं भाजपा प्रत्याशी संतोष बावरी और शिमला बावरी दोनों इसी समाज से आती हैं। ऐसे में बावरी समाज के वोट बंटने से इसका सीधा फायदा कांग्रेस को होगा। बता दें अनूपगढ़ को नया जिला बनाए जाने से यहां के स्थानीय बाशिंदों का कांग्रेस के प्रति झुकाव बढ़ा है। ऊपर से भाजपा में बगावत होने से इसका सीधा लाभ कांग्रेस को मिलना तय माना जा रहा है।