The Angle
बेंगलुरु/नई दिल्ली।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रण को जीतने के लिए भाजपा हर दांव-पेंच अपना रही है। पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह जहां चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं, वहीं पार्टी के नेता विपक्षी दलों के बयानों पर भी पूरी नजर बनाए हुए हैं। अब एक ऐसे ही बयान को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है।
भाजपा ने की कांग्रेस पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग
भाजपा ने निर्वाचन आयोग से कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ कार्रवाई करने और चुनाव प्रचार के दौरान कर्नाटक के लिए ‘संप्रभुता’ शब्द का इस्तेमाल करने को लेकर उनकी पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे पर आयोग को एक ज्ञापन भी सौंपा। पार्टी ने कहा कि कर्नाटक भारत संघ में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य राज्य है और भारत संघ के सदस्य राज्य की संप्रभुता की रक्षा करने का कोई भी आह्वान अलगाव के आह्वान के समान है और यह खतरनाक और घातक परिणामों से भरा हुआ है।
वहीं मीडिया से बातचीत में पार्टी नेता तरुण चुघ ने जनप्रतिनिधित्व कानून का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की मान्यता रद्द कर दी जानी चाहिए। भाजपा ने इस मुद्दे पर सोनिया गांधी के उस बयान की एक प्रति भी सौंपी, जिसे कांग्रेस ने ट्वीट किया था।
सोनिया गांधी की फोटो के साथ कांग्रेस ने किया था ट्वीट
बता दें कांग्रेस ने शनिवार को हुबली में एक चुनावी रैली में सोनिया गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने ‘6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों को एक कड़ा संदेश दिया’। पार्टी ने उनकी तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह जनसभा को संबोधित करते दिख रही हैं। कांग्रेस ने ट्वीट किया था, ‘कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी।’