The Angle
दिल्ली/जयपुर।
दिल्ली स्थित एआईसीसी दफ्तर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हो रही है। बीते करीब 3 घंटे से हो रही इस बैठक में राजस्थान विधानसभा चुनाव में हुई कांग्रेस पार्टी की हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है। इसके लिए बैठक में राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सीनियर ऑब्जर्वर मधुसूदन मिस्त्री, गौरव गोगोई, सचिन पायलट, गोविंद राम मेघवाल, एआईसीसी के तीनों सह प्रभारी, सचिन पायलट, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, हरीश चौधरी सहित कई अन्य नेता मौजूद हैं।
गहलोत ने भाजपा पर लगाया ध्रुवीकरण के जरिए जनता को भ्रमित करने का आरोप
वहीं बैठक से पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर राजस्थान के कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला बोला। गहलोत ने कहा कि भाजपा ने राजस्थान में आकर झूठ बोला, ध्रुवीकरण के जरिए जनता को भ्रमित करने की कोशिश की और उन्होंने चुनाव जीत लिया। उन्होंने कहा कि हमने हमारी सरकार के दौरान जनकल्याण के लिए जो फैसले लिए, जो गारंटियां दीं, जो कानून पास किए, उनके आधार पर हम चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन भाजपा नेताओं ने उन पर बात तक नहीं की। इसके उलट प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्री पर व्यक्तिगत आरोप लगाते रहे।
भाजपा ने विकास की बजाय कन्हैयालाल हत्याकांड को बनाया मुद्दा
गहलोत ने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं ने प्रदेश के विकास के मुद्दों पर बात करने की बजाय कन्हैयालाल हत्याकांड पर बात की और जनता को यह कहकर भ्रमित करने की कोशिश की कि सरकार ने हिंदू को मुआवजे के रूप में महज 5 लाख रुपए दिए, जबकि मुस्लिम को 50 लाख रुपए दिए। उन्होंने कहा कि ये विपक्षी नेताओं को डराने-धमकाने के लिए ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर रहे हैं। देश की जनता आज नहीं तो कल, इन्हें इसका जवाब जरूर देगी।
पार्टी का निर्णय सभी को होगा मान्य- गहलोत
वहीं दिल्ली में हो रही समीक्षा बैठक को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी की हार को लेकर बैठक में सभी नेता अपनी-अपनी बात रखेंगे कि आखिर किन कारणों से पार्टी राजस्थान में चुनाव नहीं जीत सकी। ये एक सामान्य प्रक्रिया है जो हर बार चुनाव के बाद होती है। इसके बाद पार्टी का जो भी निर्णय होगा, वो सभी को मान्य होगा।