The Angle
जयपुर।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 3 दिवसीय जोधपुर दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपने जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सरदारपुरा क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में जाकर लोगों से संपर्क किया और कांग्रेस के पक्ष में भारी मतदान करने की अपील की, साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने यहां के कई स्थानीय मंदिरों में पूजा-अर्चना कर भगवान से जीत का आशीर्वाद भी लिया।
कल रात सूर्यकांता व्यास से मिलने उनके घर पहुंचे थे सीएम, सियासी गलियारों में अटकलें तेज
वहीं अपने जोधपुर दौरे के दूसरे दिन शाम को मुख्यमंत्री गहलोत ने विजयादशमी पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की, साथ ही क्षेत्र में हुए विभिन्न विकास और सौंदर्यीकरण कार्यों का भी अवलोकन किया। इसके बाद कल रात को ही मुख्यमंत्री गहलोत अचानक भाजपा की सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से वरिष्ठ विधायक सूरकांता व्यास जीजी से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे। वहीं सूर्यकांता व्यास का इस बार के विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद दोनों नेताओं की ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने सूर्यकांता व्यास से मिलने को बताया शिष्टाचार मुलाकात
इस मुलाकात पर मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर दौरे के तीसरे दिन यहां से वापस लौटते हुए जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से रूबरू होते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने इस मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात बताया। उन्होंने कहा कि सूर्यकांता व्यास से मिलना मेरा वाजिब था, इतनी बुजुर्ग हमारी सम्मानित महिला हैं, लंबे समय तक सेवा की है यहां पर, इसलिए उन्हें सम्मान देने के लिए उनसे मुलाकात करने पहुंचा था।
मेरे कामों की तारीफ की, इसलिए काट दी जीजी की टिकट- सीएम
उन्होंने कहा कि वे जोधपुर की वरिष्ठ और सम्मानित महिला हैं, भले ही इस बार भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया हो, लेकिन इससे पहले वे लंबे समय तक सूरसागर से प्रदेश की सियासत में सक्रिय रही हैं। लेकिन शायद सिर्फ इसलिए भाजपा ने उनकी टिकट काट दी क्योंकि जीजी ने मेरे कामों की तारीफ कर दी, जबकि वो तारीफ व्यक्तिगत नहीं थी। उन्होंने कहा कि भाजपा को कम से कम इतना ग्रेस तो रखना चाहिए था कि वो मेरी नहीं, हमारी सरकार के शानदार फैसलों की तारीफ कर रही हैं और इसे लेकर किसी तरह का पूर्वाग्रह पैदा नहीं होना चाहिए, इसके बावजूद उनका टिकट काट दिया गया।