The Angle
जयपुर।
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी, नए दौर में लिखेंगे हम मिलकर नई कहानी, कुछ ऐसे ही बुलंद हौसले और नेक इरादों के साथ राजस्थान की अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार प्रदेश के चहुंमुखी विकास की दिशा में निरंतर काम कर रही है। अब प्रदेश के आईटीआई स्टूडेंट्स को भी आधुनिक तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाते हुए आगे बढ़ने का मौका मिले, इसके लिए सरकार प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में आधुनिक शिक्षण सुविधाएं स्थापित कर रही है। इसी क्रम में अब प्रदेश के 66 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में भी 1-1 स्मार्ट क्लास रूम की स्थापना की जाएगी। एक स्मार्ट क्लास पर करीब 2.62 लाख रुपए की लागत आएगी। इस तरह इस पर कुल 1 करोड़ 72 लाख 92 हजार रुपए सरकार खर्च करेगी, ताकि यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को आधुनिक तकनीक की मदद से ज्यादा बेहतर शिक्षा दी जा सके।
सीएम गहलोत के फैसले से स्टूडेंट्स को डिजिटली पढ़ाई करने के मिलेंगे अवसर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संबंध के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस फैसले से जहां शिक्षण तकनीक और ज्यादा मजबूत होगी, वहीं विद्यार्थियों को भी डिजिटल तरीके से पढ़ाई के अवसर मिलेंगे। वे किताबों के साथ-साथ इंटरनेट पर सिलेबस से संबंधित अन्य सामग्री का भी ऑडियो-वीडियो के जरिए अध्ययन कर सकेंगे।
प्रदेश में ग्रीन एनर्जी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लगेंगे 97 सोलर पावर प्लांट
वहीं प्रदेश सरकार का जोर राज्य में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने पर भी है। इसके लिए सीएम गहलोत ने प्रदेश के 97 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और 8 कार्यालयों में सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए 12.88 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। इससे संस्थानों में 2601.60 किलोवाट के स्मॉल सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। इनकी स्थापना से विद्युत की बचत होगी, वहीं परंपरागत ऊर्जा स्त्रोतों पर निर्भरता भी कम होगी।