![आज से 3 दिन तक हैदराबाद में कांग्रेस का महामंथन, 2023 और 2024 के चुनावों के लिए तलाशेंगे जीत का मंत्र](https://theangle.in/wp-content/uploads/2023/09/Screenshot-2023-09-16-123434-640x642.jpg)
The Angle
हैदराबाद/जयपुर।
हैदराबाद में आज से कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक होने जा रही है। नवनियुक्त कांग्रेस वर्किंग कमेटी की ये पहली बैठक होगी। ऐसे में कमेटी में पहली बार शामिल किए गए सदस्यों का अन्य सदस्यों से औपचारिक परिचय करवाते हुए इस मीटिंग की शुरुआत होगी। वहीं इसी साल कई राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि अगले साल लोकसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में इन दोनों चुनावों को लेकर रणनीति पर भी बैठक में चर्चा होगी।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में चुनावी मुद्दों को लेकर भी चर्चा होने की संभावना
इन दिनों कांग्रेस पार्टी में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर माथापच्ची भी जारी है। ऐसे में इन राज्यों के चुनावों के दौरान पार्टी को किन मुद्दों को जनता के बीच उठाना है, क्या जातिगत समीकरण हों, ऐसे चुनावी हार-जीत को प्रभावित करने वाले मुद्दों को लेकर भी सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।
मौजूदा वोट बैंक को साधे रखने पर भी रहेगा फोकस
इसके अलावा जानकारों का मानना है कि भाजपा भी लोकसभा चुनावों से पहले इन चुनानी राज्यों में बड़ी जीत दर्ज करना चाहती है। ऐसे में उसकी कोशिश इन राज्यों में कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाने की है। इसलिए सीडब्ल्यूसी में जब कमेटी के तमाम सदस्य मौजूद होंगे, तो उनकी मौजूदगी में इस रणनीति पर भी चर्चा होगी कि पार्टी अपने परंपरागत वोट बैंक को कैसे और ज्यादा मजबूत कर सके, ताकि ये वोट तो चुनाव में कांग्रेस के खाते में ही जाएं।
25 सितंबर से कांग्रेस निकालेगी ईआरसीपी प्रभावित जिलों में यात्रा
वहीं राजस्थान की ही बात की जाए, तो यहां पूर्वी राजस्थान में ईआरसीपी बड़ा मुद्दा है, जिससे प्रदेश के 13 जिलों पर असर पड़ रहा है। वहीं विधानसभा के हिसाब से देखें तो इन 13 जिलों में लगभग 80 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 50 के करीब विधानसभा सीटें मौजूदा समय में कांग्रेस के पास हैं। ऐसे में कांग्रेस की कोशिश इस मुद्दे को भुनाकर इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने पर होगी। इसके लिए राजस्थान कांग्रेस के तत्वावधान में आगामी 25 सितंबर से पार्टी के तमाम नेता जन जागरूकता यात्रा भी निकालेंगे। जानकारी के मुताबिक इस यात्रा में पूर्वी राजस्थान के तमाम नेताओं के साथ ही सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और गहलोत कैबिनेट के कई मंत्री शामिल हो सकते हैं। ये यात्रा 5 दिन तक चलेगी।