The Angle
जयपुर।
राजस्थान यूनिवर्सिटी का आज 33वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। दीक्षांत समारोह में कुल 1,66,139 डिग्रियों का वितरण हुआ। 126 गोल्ड मेडल और 476 पीएचडी डिग्री वितरित हुईं। राज्यपाल कलराज मिश्र ने डिग्री और मेडल दिए। इस मौके पर समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल मिश्र ने कहा कि कुछ लोगों ने पिछले दिनों हवा बनाई कि संविधान को बदला जाएगा। संविधान को बदल नहीं सकते, संविधान में संशोधन हो सकता है। संशोधन का प्रावधान है। समय के अनुरूप जो कानून हितकारी हो वह बना सकते हैं। संविधान बदलने के लिए लोकसभा, राज्यसभा में बहुमत होना चाहिए। फिर विधानसभा में जाएगा, उसमें गड़बड़ होगी तो न्यायपालिका है। यह काम आसान नहीं है। जनमानस में भ्रम पैदा नहीं करना चाहिए। हमारा संविधान दुनिया का सबसे अच्छा संविधान है।
राज्यपाल बोले- ताकि नई पीढ़ी समझे संविधान, इसलिए बनवाए संविधान पार्क
उन्होंने आगे कहा कि कुलाधिपति के रूप में मेरी पहली प्राथमिकता है कि सभी विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क बने। इसके पीछे मेरी मंशा थी कि नई पीढ़ी संविधान को समझे। संविधान से जुड़ी सोच देश के हित में आवश्यक उपकरण है। संविधान स्तंभ पर 3 बिंदु सबसे अहम हैं। नागरिकों के अधिकार, राष्ट्र के प्रति नागरिकों का कर्तव्य है। राज्य के नीति निदेशक तत्व। ये तीनों तत्व लोकतंत्र के संरक्षण और विकास के संघटक हैं। यह समय हमारी आजादी का अमृतकाल है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान शिक्षा का तेजी से प्रसार हुआ है। शिक्षा के लिए गांव के विद्यार्थी शहर की ओर आ रहे हैं। शिक्षा से उनके सपने और पंख पसार रहे हैं। नए ज्ञान को सीखने के लिए हमेशा तत्पर रहना होगा।
पीएचडी-डीलिट के शोध को हेरफेर कर अपने नाम से प्रकाशित करना घातक- मिश्र
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय शोध और अनुसंधान को विकसित करने की पहल करे। आज देखा ये जाता है कि PHD, D.LITT आदि में जो शोध होता है, उसी में हेरफेर कर अपने नाम से प्रकाशित कर लिया जाता है। यह प्रवृत्ति बहुत ही ज्यादा घातक है। इस विश्वविद्यालय का इतिहास बहुत ही प्रेरक रहा है। यहां से निकले विद्वानों ने देश और दुनिया में बड़ी उपलब्धियां अर्जित की हैं। तुम जितना ही अधिक सीखोगे उतनी ही तुम्हारी विद्या में वृद्धि होगी। हमारी नई शिक्षा नीति जो देश में लागू हुई है। वह विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास पर जोर देती है। मैंने भी नई शिक्षा नीति के कुछ बिंदुओं का अध्ययन किया है। नई शिक्षा नीति शोध अनुसंधान पर जोर देती है।