The Angle
नई दिल्ली।
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार एनडीए संसदीय दल के नेता चुन लिए गए हैं। आज संसद के सेंट्रल हॉल में हुई एनडीए संसदीय दल की बैठक में इसका ऐलान किया गया। इससे पहले राजनाथ सिंह ने मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव सदन में रखा। एनडीए के घटक दलों के एकनाथ शिंदे, चिराग पासवान जैसे नेताओं ने मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया, जबकि नितिन गडकरी, अमित शाह जैसे नेताओं ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
नरेंद्र मोदी ने एनडीए के घटक दलों का जताया आभार
इस मौके पर एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं का समर्थन और विश्वास व्यक्त करने के लिए मोदी ने आभार जताया। अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात परिश्रम किया। भयंकर गर्मी में हर दल के कार्यकर्ताओं ने पुरुषार्थ और परिश्रम किया। ऐसे हर कार्यकर्ता को मैं प्रणाम करता हूं। मेरा सौभाग्य है कि मुझे चुनकर नया दायित्व दिया गया है।
देश के 22 राज्यों में एनडीए की सरकारें- मोदी
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए को आज देश में 22 राज्यों में सेवा का मौका देश की जनता ने दिया है, वहीं देश के 10 राज्यों में आदिवासी लोग निर्णायक भूमिका में हैं। इनमें से 7 राज्यों में एनडीए की सरकारें हैं। हमारा अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है।
आज ही राष्ट्रपति से मुलाकात कर पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा
जानकारी के मुताबिक एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद अब नरेंद्र मोदी आज ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और उनके समक्ष नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इसके बाद 8 या 9 जून को प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण करवाया जा सकता है। वहीं चर्चा है कि राजस्थान में 11 सीटें गंवाने के चलते इस बार मोदी कैबिनेट में राजस्थान का कोटा कुछ कम हो सकता है।