The Angle
जयपुर।
संसद में जहां नीट पेपर लीक के मसले पर सियासत गर्म हो रही है, वहीं आगामी 3 जुलाई से राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू होने जा रहा है। वहीं इसी साल अक्टूबर-नवंबर माह में 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी करवाए जा सकते हैं। ऐसे में इस बजट सत्र को कई मायनों में काफी अहम माना जा रहा है।
राजस्थान विधानसभा में जमकर हंगामा होने के आसार
उधर कुछ समय पहले ही भजनलाल सरकार के एक मंत्री ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय राजस्थान में नए बनाए गए जिलों की समीक्षा करने का बयान देकर प्रदेश की सियासत में नया शिगूफा छेड़ दिया था। इसे लेकर राजस्थान विधानसभा के आगामी सत्र में जमकर हंगामा होने के आसार हैं।
जिलों की समीक्षा के मुद्दे पर विधायक रामकेश मीणा ने दी चेतावनी
इस मुद्दे पर राजस्थान में सियासत गर्म होती नजर आ रही है। पिछले दिनों पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने इसे लेकर मंत्री भजनलाल शर्मा पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। वहीं अब गंगापुर सिटी से विधायक रामकेश मीणा का बयान सामने आया है। उन्होंने राज्य सरकार को इस मसले पर चेतावनी देते हुए कहा कि चाहे जिलों को रिव्यू करने वाली कमेटी हो, या सरकार हो, किसी भी स्तर पर गंगापुर सिटी जिले से किसी भी तरह की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पूर्ववर्ती सरकार की कुछ योजनाएं बंद कीं, कुछ के नाम बदल डाले
बता दें यह पहला मौका नहीं है, जब रिव्यू करने के नाम पर भजनलाल सरकार पूर्ववर्ती राजस्थान सरकार के कई फैसलों को ठंडे बस्ते में डाल चुकी हो। इससे पहले सरकार महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों, पिछली सरकार में खोले गए नए सरकारी कॉलेजों का भी रिव्यू करने का बयान दे चुकी है। वहीं चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को बंद किया जा चुका है, जबकि इंदिरा रसोई जैसी योजना का नाम बदलकर श्रीअन्न योजना किया जा चुका है।