ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की बर्खास्तगी के बाद कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस हाईकमान ने चुनावी साल में अनुशासन को लेकर सख्ती बरतने के आदेश दिए हैं। गुढ़ा को सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने के कुछ ही घंटे बाद बर्खास्त करने के पीछे हाईकमान के आदेश को ही कारण माना जा रहा है। उधर गुढ़ा के अगले सियासी कदम को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
राजेंद्र गुढ़ा कर सकते है बड़ा ऐलान
सीएम ने इस पूरे मामले को पार्टी का अंदरूनी मामला बताकर कमेंट करने से इनकार कर दिया।गुढ़ा के चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ने की संभावना है। इसे लेकर संकेत भी दे चुके हैं। अब उनके अगले सियासी कदम को लेकर समर्थकों से चर्चा है। गुढ़ा बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए कुछ साथी विधायकों से भी संपर्क में हैं। गुढ़ा की रणनीति बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए कुछ विधायकों को साथ लेने की है। वे बर्खास्तगी के बाद भी सरकार पर लगातार हमलावर हैं।
राजेंद्र गुढ़ा चाहते है कांग्रेस उन्हें निकाले
मंत्री गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त किये जाने के बाद तमाम अटकले लगाई जा रही है .कयास लगाए जा रहे है कि अब पार्टी उन्हें कांग्रेस से भी निकाल सकती है .ऐसे में गुढ़ा भी यहीं चाहेंगे कि कांग्रेस ही उन्हें निकाले क्योंकि इससे वे सियासी सहानुभूति ले सकेंगे.और देखा जा रहा है कि वो अपनी बर्खास्तगी को महिला सम्मान से जोड़कर पेश कर रहे है .और उन्होंने ये भी साफ कर दिया है कि वो अब चुप नहीं बैठेंगे.ऐसे हालात में कांग्रेस उन पर कार्रवाई कर सकती है.
गुढ़ा के तेवर बरकरार
मंत्री राजेंद्र गुढा ने आज फिर मीडिया के सामने आकर सीएम गहलोत और उनकी सरकार पर सवाल उठाए.उन्होने कहा कि प्रदेश में दिनों दिन चोरियां बढ रही है ,महिलाएं प्रदेश में सुरक्षित नहीं है रोज यहा पेपर आउट हो रहे है .बच्चे फांसी लगाकर मर रहे है .सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.साथ ही गुढा ने कहा कि अब में अपनी आवाज विधानसभा में उठाउगा.और जो मेरे पर जो कार्रवाई हुई है उस पर जवाब मागूंगा.गुढा ने कहा कि मैं इस मामले में खुद सीएम गहलोत से वन 2 वन बात करुंगा