The Angle
जयपुर।
चुनावी साल में राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों पर काम करते हुए आगामी चुनावों को लेकर अपनी तैयारियों को धार देने में लगे हुए हैं। भाजपा का इन दिनों पूरा जोर परिवर्तन यात्राओं के जरिए प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ माहौल बनाने पर है। इसके लिए पार्टी इन यात्राओं के नाम पर प्रदेशभर का दौरा कर रही है। वहीं कांग्रेस की नीति प्रदेश सरकार की योजनाओं को हर गांव-ढाणी तक पहुंचाने और रूठे हुए नेताओं को मनाने के साथ ही पार्टी के लिए जिताऊ उम्मीदवार तलाशने पर है। वहीं हाल ही में भीलवाड़ा में परिवर्तन रैली के स्वागत के लिए खड़े भाजपा कार्यकर्ताओं के आपस में उलझ पड़े, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।
भाजपा ने कैलाश मेघवाल को पार्टी से किया निलंबित
भाजपा प्रदेश सरकार के खिलाफ माहौल बनाना चाहती है, लेकिन उसकी परेशानी कांग्रेस से ज्यादा खुद अपने ही विधायक-सांसदों ने बढ़ाई हुई है। दरअसल हाल ही में शाहपुरा से पार्टी के वयोवृद्ध विधायक कैलाश मेघवाल ने अपनी ही पार्टी की केंद्र सरकार में मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और दूसरी तरफ जमकर मुख्यमंत्री गहलोत के कामकाज की तारीफ की। इस पर पार्टी ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया।
सूर्यकांता व्यास जीजी ने की थी सीएम गहलोत के कामकाज की तारीफ
वहीं इसके बाद एक अन्य वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें जोधपुर के सूरसागर से पार्टी की वयोवृद्ध विधायक और स्थानीय लोगों में जीजी के नाम से जानी जाने वाली सूर्यकांता व्यास ने भी खुलकर सीएम गहलोत की तारीफ की। यही नहीं, जीजी ने यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने इतने विकास के काम करवाए हैं, जैसे पहले राजा-महाराजाओं के जमाने में करवाए जाते थे।
शेखावत के बयान का जोधपुर में पुष्करणा समाज ने जताया विरोध
जीजी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने नागौर के परबतसर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बयान दिया कि जीजी का बुढ़ापे में बचपना वापस आ गया है। केंद्रीय मंत्री के इस बयान की जमकर आलोचना हुई। वहीं जोधपुर में पुष्करणा ब्राह्मण समाज भी शेखावत के विरोध में आ गया। लेकिन ये मामला इतने पर ही शांत नहीं हुआ। बल्कि शेखावत के इस बयान के जवाब में जीजी ने कहा कि वो केंद्रीय मंत्री के पद पर बैठे हैं और उन्हें ऐसी बातें शोभा नहीं देतीं।
कैलाश मेघवाल और सूर्यकांता व्यास के बयान भाजपा के लिए बड़ा झटका
इसके साथ ही सूर्यकांता व्यास ने ये भी ऐलान कर दिया कि वे जब तक जिंदा हैं तब तक चुनाव लड़ती रहेंगी। बता दें इससे पहले भाजपा से निलंबित किए गए कैलाश मेघवाल भी 2023 का चुनाव लड़ने को लेकर अपनी मंशा साफ कर चुके हैं। ऐसे में सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि जो भाजपा पार्टी के ऐसे वयोवृद्ध नेताओं के टिकट काटकर नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने के ख्वाब देख रही थी, उस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को ये बयान बड़ा झटका देने वाले हैं। इसकी बजाय तो ये होता कि दोनों नेताओं को पार्टी के नेता समझाइश करते और मामले को शांत करवाते। लेकिन इस तरह के मुद्दों को हवा देकर भाजपा नेता चुनाव से पहले अपनी ही पार्टी को मुश्किल में डालने में लगे हुए हैं।