भीलवाड़ा के गंगापुर में महिला के निर्वस्त्र हालत में मिलने के मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय का महत्वपूर्ण बयान आया है. भीलवाड़ा जिले के थाना गंगापुर में महिला के अपहरण और गैंगरेप की घटना झूठी है. महिला स्वयं अपनी मर्जी से आरोपियों के साथ गई थी.पैसे से संबंधित विवाद के बाद चिल्लाते हुए निर्वस्त्र कमरे से भागी. राहगीरों ने महिला को शॉल देकर थाने में फोन किया. पुलिस ने देर रात दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया.
गंगापुर की घटना निकली झूठी
पीड़िता मूल रूप से ओडिशा की निवासी है. महिला का 6 वर्ष पूर्व गंगापुर निवासी युवक के साथ विवाह हुआ था. पुलिस और FSL टीम ने देर रात मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए. पीड़िता का मोबाइल और आरोपियों से हुई बातचीत की वॉइस रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मिली. पुलिस ने घटनास्थल से एक बाइक भी की जब्त की.
गंगापुर की घटना पर शेखावत ने घेरा
इस मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी ट्वीट कर सरकार को घेरने की कोशिश की और ट्वीट कर कहा कि गंगापुर थाना क्षेत्र में गैंगरेप की यह वारदात एक उदाहरण है कि कानून-व्यवस्था के जिम्मेदार कितने सचेत हैं। हम सब अपनी बहन – बेटियों की सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं। दुष्कर्म के आंकड़ों में देश में प्रथम होना, राज्य सरकार को क्या गर्व का विषय लगता है? सबका सवाल यही है कि सरकार क्यों कुछ नहीं करती? अब इस सरकार के अंतिम संस्कार का समय है और यही एकमात्र विकल्प भी है।
लोकेश शर्मा ने किया शेखावत पर पलटवार
वही सीएम अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा ने इस मामले पर गजेंद्र सिंह शेखावत को आईना दिखाते हुए ट्वीट किया है.उन्होने कहा कि केंद्रीय मंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसे संवेदनशील मामलों में बयान जिम्मेदारी से देना चाहिए। जबकि गंगापुर मामले में पुलिस सच्चाई का खुलासा कर चुकी है, उसके बावजूद भी झूठ बोलने के लिए आपको भीलवाड़ा से माफी माँगनी चाहिए।