राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर उठापटक जारी है .और तमाम पार्टी में भी गठबंधन और विचारधारा को लेकर मतभेद शुरु हो गए है .और ये विरोध शुरु हुआ है .जनता दल सेक्युलर की राजस्थान ईकाई द्वारा.दरअसल पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा कर्नाटक में भाजपा के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने और लोकसभा की सीटों के बंटवारे के लिए फैसला लिया जा रहा है .लेकिन इस फैसले के खिलाफ जनता दल की राजस्थान इकाई ने विरोध शुरु कर दिया है .
जनता दल के केंद्र पर गंभीर आरोप
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन देथा ने इसक पर विरोध जताया है .उन्होने बीजेपी के खिलाफ बयान जारी कर कहा है कि बीजेपी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संविधान को खत्म करने में लगी हुई है .और देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं को पंगु बना रही है .साथ ही सभी व्यवस्थाओं को स्वेच्छा से चला रही है.और साथ ही केंद्र की सरकार ने किसान आंदोलन के खिलाफ भी अनुचित व्यवहार किया.साथ ही मजदूरों के हक में उठने वाली आवाजों को भी दबा रही है .
जनता दल का विरोध
देथा ने केंद्र पर बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार आरक्षण के साथ भी छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रही है और उसको खत्म करने के प्रयास में लगी हुई है .साथ ही देश में बेरोजगारी भी चरम पर पहुंच चुकी है .आज भारत का दरिद्रता इंडेक्स में 107 वां स्थान है .और इन्ही की नीतियों से देश में गरीबी बढ रही है और आमजनता का जीना मुश्किल हो गया है .देश में बीजेपी ने भाईचारे को बिल्कुल नष्ट कर दिया है .
मणिपुर हिंसा पर भी घेरा
मणिपुर के ताजा हालात जहां बेशर्मी के साथ वहशी भीड़ ने बहन बेटियों की इज्जत लूटने का काम किया। बच्चों और निरपराध लोगों को कत्ल करने का काम भी कर रही है।देथा ने कहा कि केंद्र सरकार इन वहशी दरिंदों को और उनका संरक्षण देने वाले मणिपुर के मुख्यमंत्री को लगातार बचाती रही है। एक दूसरे राज्यों के बीच में तनाव का माहौल बना रही है, देश में खूनी और विस्फोटक हालत बना रही है। इसी खूनी खेल के आधार पर एक बार फिर येन केन प्रकारेण सत्ता में आने पर आमादा है। ऐसी स्थिति में आज के हालत में भाजपा की फांसीवादी सरकार के खिलाफ एकजुट संघर्ष की जरूरत है।