The Angle
हैदराबाद।
हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक जारी है। नवगठित वर्किंग कमेटी की यह पहली बैठक है। इसमें कमेटी के सभी सदस्य, कांग्रेस शासित राज्यों के पीसीसी अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, चुनावी राज्यों के पीसीसी अध्यक्ष भी मौजूद हैं। बैठक से पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी का ध्वज फहराया और सेवादल के कार्यकर्ताओं ने उन्हें सलामी दी। इसके बाद खड़गे की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक शुरू हुई।
हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक ऐतिहासिक मौका
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक की शुरुआत पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन से हुई। इस दौरान उन्होंने हैदराबाद में पार्टी के महाधिवेशन और हैदराबाद की स्वतंत्रता का भी जिक्र अपने संबोधन में किया। उन्होंने कहा कि पहली बैठक हैदराबाद में एक ऐतिहासिक मौके पर हो रही है, इसके लिए तेलंगाना के साथियों को बधाई देता हूं। 17 सितंबर 1948 को हैदराबाद को मुक्ति मिली, देश को आजादी मिलने के 13 महीने बाद ये इलाका आजाद हुआ, इसलिए कल हमारी विस्तारित सीडब्ल्यूसी की बैठक और जनसभा भी है। हैदराबाद में 1953 1968 और 2006 में हमारे ऐतिहासिक कांग्रेस महाधिवेशन भी हुए हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- उदयपुर संकल्प के तहत सीडब्ल्यूसी में हर वर्ग को दिया प्रतिनिधित्व
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मौके पर कांग्रेस के संस्थापकों में से एक पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल को नमन किया, जिनकी इच्छा शक्ति के कारण हैदराबाद लिब्रेट हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यहां के उन कांग्रेसी नायकों को याद करता हूं जिन्होंने लंबा संघर्ष किया, जेल में यातनाएं सहीं, प्राणों का बलिदान दिया। आज बैठक में देश के हर हिस्से के नेताओं की मौजूदगी है, हमारे सोशल फैब्रिक की झलक यहां दिखती है। उदयपुर संकल्प के तहत हमने अपनी सीडबल्यूसी में कमजोर तबकों, नौजवानों और महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व दिया। हमारे बीच हर तरह के नेता मौजूद हैं, कुछ ऐसे हैं जिनके पास संगठन और सरकार का बड़ा अनुभव है, कुछ गहरे राजनीतिक- सामाजिक अनुभव वाले हैं, कुछ ऐसे हैं जिनके पास लंबा संसदीय अनुभव है।
सोनिया गांधी को दिया धन्यवाद, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को बताया ऐतिहासिक
कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी को पार्टी के लिए दिए उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस बैठक में सबसे पहले मैं 25 वर्षों से अधिक समय तक कांग्रेस को नेतृत्व देने वाली सीपीसी चेयरपर्सन सोनिया गांधी के प्रति विशेष आभार व्यक्त करता हूं। सोनिया गांधी ने 1998 में कठिन दौर में कांग्रेस को संभाला। उनका कमिटमेंट, त्याग, उनकी महान सोच हम सबके लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। यहां मैं यह भी कहना चाहूंगा कि हम जिस तेलंगाना की राजधानी में बैठे हैं, उसे राज्य बनाने का काम भी सोनिया गांधी की कोशिशें की वजह से हुआ है।
हम उनको भरोसा दिलाते हैं कि जल्द ही दूसरे राज्यों के साथ तेलंगाना में भी हमारी सरकार बनेगी, जिससे हम तेलंगाना की जनता के सपनों को सरकार करेंगे। मैं राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकली 4000 किलोमीटर लंबी ऐतिहासिक भारत छोड़ो यात्रा का भी उल्लेख खासतौर पर करूंगा।