The Angle
नई दिल्ली।
देश अभी कोरोना महामारी के डर से पूरी तरह निकल भी नहीं पाया है और अब देश में एक एक खतरनाक वायरस की एंट्री हो गई है। केरल में निपाह वायरस मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। वहीं केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से हुई 2 मरीजों की मौत के बाद राज्य सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर है, ताकि इसे बेकाबू होने से पहले ही रोका जा सके। ऐसे में संक्रमण के चलते केरल के कोझिकोड में सभी शैक्षणिक संस्थान 24 सितंबर तक बंद कर दिए गए हैं। इस बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक बयान में कहा कि कोझिकोड में सभी निपाह प्रोटोकॉल लागू हैं और स्थिति को अच्छी तरह से प्रबंधित किया जा रहा है।
निपाह को लेकर कोझिकोड में संक्रमितों को लेकर पूर्ण प्रोटोकॉल लागू, सख्ती से करवा रहे पालना
जॉर्ज ने कहा कि जो कोझिकोड में रह रही हैं, जहां हाल ही में 2 मौतें और 6 लोग पॉजिटिव मिले हैं, उनके लिए हमने निपाह में उपचार, आइसोलेशन और डिस्चार्ज को लेकर एक पूर्ण प्रोटोकॉल निर्धारित किया है। नमूनों का व्यापक संग्रह किया जा रहा है और जिन लोगों का टेस्ट पॉजिटिव आएगा, उनकी एक बार फिर जांच की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि आज भी 11 हाई रिस्क पेशेंट्स की रिपोर्ट आई हैं, राहत की बात ये है कि इनमें निपाह वायरस की मौजूदगी नहीं मिली है। वर्तमान में 21 हाई रिस्क वाले मरीज कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में और 2 प्राइवेट अस्पताल में आइसोलेशन में हैं। जिलेभर में अधिकारियों की 19 टीमें कड़ी मेहनत कर रही हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक है कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक निपाह वायरस कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक है। इसीलिए इसे लेकर लोगों में डर बढ़ता जा रहा है। इसलिए निपाह प्रभावित क्षेत्र में संबंधित मरीजों और उनके संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है। यही नहीं निपाह वायरस से संक्रमित और बाद में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों की भी एहतियात बरतते हुए जांच की जा रही है, ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके।