The Angle
जयपुर।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रदेश में कानून व्यवस्था, युवाओं और किसानों से वादाखिलाफी जैसे मुद्दों के विरोध में सचिवालय घेराव का कार्यक्रम रखा गया था। इसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया दी। लोकेश शर्मा ने पार्टी के घेराव कार्यक्रम को असफल बताया और अपने ट्विटर पर कार्यक्रम के दौरान की खाली कुर्सियों की तस्वीर साझा की। लोकेश शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा कि मिस्ड कॉल से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने का दम्भ भरने वाली बीजेपी का प्रदेश में इतना बुरा हाल हो गया है कि राजस्थान भाजपा द्वारा किया गया महा घेराव प्रदर्शन पूरी तरह से असफल रहा। भारतीय जनता पार्टी अपने अस्तित्व को बचाने की जुगत में भी विफल ही साबित हुई।
लोकेश शर्मा बोले- पीएम मोदी के आह्वान के बाद भी नहीं जुटे लोग, खुद के लोगों ने दिखाया आईना
लोकेश शर्मा यहीं नहीं रुके, उन्होंने इससे आगे अंतर्कलह से जूझ रही भाजपा पर तंज कसते हुए लिखा कि प्रदेश के भाजपा नेताओं को तो केंद्रीय नेतृत्व पहले से ही नाकारा मान चुका था, लेकिन आज खुद प्रधानमंत्री जी के आह्वान के बावजूद प्रदेशभर से महाघेराव के नाम पर पूरे 10 हजार लोग भी इकट्ठा नहीं हो पाए। जनता के बिना राज्य में जनाक्रोश रैलियों की भयंकर किरकिरी और अपार असफलताओं के बाद, आज के प्रदर्शन में खुद इनके ही लोगों ने शामिल नहीं होकर बीजेपी को आईना दिखा दिया कि राजस्थान में कांग्रेस फिर से आ रही है।
भाजपा के घेराव से वसुंधरा राजे ने बनाई दूरी
बता दें पार्टी के घेराव कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा से लेकर तमाम नेता शामिल हुए, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस आयोजन से दूरी बनाए रखी। हालांकि उन्होंने ट्विटर पर इस आयोजन में लोगों से आने के लिए आग्रह किया था। वहीं इससे पहले पीएम मोदी ने भी खुद ट्वीट कर घेराव को सफल बनाने का आह्वान पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से किया था।