The Angle
जयपुर।
एक कहावत है कि जुबां से निकली बात और कमान से निकला तीर, कभी वापस नहीं लिए जाते। इसके चलते कई बार लोगों को नुकसान भी उठाना पड़ती है। ऐसी ही स्थिति में इन दिनों भाजपा के फायर ब्रांड नेता और आमजन में किरोड़ी बाबा के नाम से मशहूर कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा फंस गए हैं।
किरोड़ी लाल मीणा पर बन रहा अब इस्तीफा देने का दबाव
दरअसल लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर पहले किरोड़ी मीणा ने इस्तीफा देने की चेतावनी दी, फिर सोशल मीडिया पर अपना वचन निभाने की बात की और फिर बाद में लंबे समय तक अपने सरकारी दफ्तर से भी दूरी बनाकर रखी, ऐसे में इस बात की चर्चा तेज हो गई थी लोकसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान में भाजपा की हार के लिए किरोड़ी लाल मीणा अब कभी भी भजनलाल कैबिनेट से इस्तीफा दे सकते हैं। लेकिन जब लंबा समय बीत जाने के बाद भी जब किरोड़ी ने मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया, तो कांग्रेस पार्टी और उनके अपने जहां इशारों-इशारों में उन पर इस्तीफा देने का दबाव बना रहे हैं, वहीं किरोड़ी लाल मीणा के मन में क्या है, ये हाल ही में सामने आया।
राजेंद्र मीणा बोले- बाबा जरूर निभाएंगे अपना वादा
जानकारों का मानना है कि किरोड़ी मीणा का मन अब इस पेशोपेश में है कि जब भाजपा में कोई भी नेता पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार ही नहीं है, तो वे अकेले ही मंत्री पद से इस्तीफा क्यों दें। शायद यही वजह है कि जब हाल ही में उनसे एक बार फिर इस्तीफा देने के बारे में पूछा गया, तो वे काफी धीमे स्वर में कहते नजर आए कि जब कह दिया है तो इस्तीफा तो देना पड़ेगा। उधर उनके भतीजे और महवा से भाजपा विधायक राजेंद्र मीणा ने भी कहा कि किरोड़ी लाल मीणा अपने वादे को जरूर पूरा करेंगे।
भाजपा को पार्टी में भितरघात करने वालों की वजह से हुआ नुकसान
चर्चा है कि किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश में भाजपा की जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे, इसीलिए उन्होंने इतना बड़ा बयान जनता के बीच दिया। लेकिन इस बात का अंदाजा शायद उन्हें भी नहीं रहा होगा कि पार्टी के अंदर ही कुछ ऐसे नेता बैठे हैं जो अपने हित के लिए पार्टी में भितरघात करने से भी नहीं चूकेंगे और ये बाद हाल ही में भाजपा प्रदेश मुख्यालय में हुई भाजपा की लोकसभा चुनाव की हार की समीक्षा बैठक में भी सामने आई थी। वहीं हालिया बयान में किरोड़ी लाल मीणा ने यह भी कह दिया कि जनता की सेवा करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि किसी पद पर रहकर ही सेवा की जाए। ऐसे में अटकलें तेज हो गई हैं किरोड़ी लाल मीणा मंत्री पद छोड़ने का मानस बना चुके हैं। लेकिन अब इसकी घोषणा कब होती है, यह देखना होगा।