जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर को बड़ी राहत मिली है। सरकार के स्वायत्त शासन विभाग ने मेयर मुनेश गुर्जर पर 5 अगस्त को की गई निलंबन की कार्रवाई को वापस ले लिया है। ऐसे में अब बिना किसी विवाद के महापौर पद पर काबिज रह सकेंगी। इससे पहले स्वायत शासन विभाग ने मेयर के पति की गिरफ्तारी के बाद 5 अगस्त को उन्हें निलंबित कर दिया था।
मुनेश को मिली फिर से राहत
मेयर ने हाईकोर्ट में इस फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी।सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने मेयर मुनेश के निलंबन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 24 अगस्त को उन्होंने एक बार फिर मेयर पद पर पदभार संभाल लिया था। इसके बावजूद कांग्रेस के 37 पार्षदों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा था जो लगातार कांग्रेस के आला नेताओं के साथ मिल उन्हें बर्खास्त करने के साथ गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।
मुनेश के खिलाफ इन पार्षदों ने खोला मोर्चा
मनोज मुद्गल, पुष्पेंद्र मीणा, नरेश कुमार नागर, नसीम बानो, मोहम्मद जकरिया, मोहम्मद फरीद कुरैशी, सुमित्रा देवी, अरविंद मेठी, कमलेश कंवर, आरिफ खान, दशरथ सिंह, उत्तम शर्मा, फारूक, अकबर पठान, मोहम्मद शफीक, मोहम्मद अयूब, सोहेल मंसूरी, मोहम्मद शोएब, रेशमा बेगम कुरेशी, सुशीला देवी, मोहम्मद अहसान कुरेशी, अजहरुद्दीन, उमेश शर्मा, संतोष, ज्योति चौहान, नसीम बानो, अकबर पठान समेत 5 निर्दलीय हैं।
मेयर तैयार है खाचरियावास से जंग के लिए तैयार
मेयर ने बगावती के तेवर दिखा दिये है और देखा जा रहा है कि वो उनके धुर विरोधी प्रतापसिंह खाचरियावास से इन विधानसभा चुनावों में दो दो हाथ करने के लिए तैयार हो गई है .और मोर्चा खोलते हुए मुनेश ने सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए शहर कांग्रेस अध्यक्ष आर आर तिवाड़ी को अपना आवेदन पत्र सौंपा है। हालांकि पार्षदों के विरोध को लेकर अब तक मेयर मुनेश ने कोई भी बयान जारी नहीं किया है।