The Angle
ब्रसेल्स।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों के यूरोप दौरे हैं। आज वे बेल्जियम पहुंचे और ब्रसेल्स प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने इंडिया और भारत को लेकर जारी विवाद पर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के कारण सरकार डरी हुई थी। इसलिए उसने ध्यान भटकाने की रणनीति अपनाई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘इंडिया, दैट इज भारत’ मेरे लिए पूरी तरह से काम करता है। यह दर्शाता है कि हम कौन हैं, लेकिन सरकार में थोड़ा डर है। मेरा मानना है कि यह पैनिक में आकर उठाया गया कदम है। ये ध्यान भटकाने वाली रणनीति है।
कांग्रेस जब भी अडानी या पूंजीवाद को मुद्दा बनाती है, तभी ध्यान भटकाने की होती है कोशिश- राहुल
राहुल गांधी का बयान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के जी20 डिनर इनविटेशन को लेकर दिया गया है। दरअसल जी20 समिट में शामिल होने वाले मेहमानों को जो निमंत्रण भेजा गया था, उसमें ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा था, जिससे विवाद हो गया और संसद के आगामी विशेष सत्र में देश का नाम बदलने की सरकार की योजना की अटकलें तेज हो गईं। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब भी उन्होंने या उनकी पार्टी ने अडानी मुद्दे या पूंजीवाद का मुद्दा उठाया है, तभी पीएम मोदी ध्यान भटकाने वाली रणनीति लेकर सामने आ जाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्षी गठबंधन के नाम इंडिया ने सरकार में डर पैदा कर दिया है।
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर लगाया देश का भविष्य बदने की कोशिश करने का आरोप
कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह प्रधानमंत्री को इतना परेशान करता है कि वे देश का नाम बदलना चाहते हैं, जो कि बेतुका है। कांग्रेस नेता ने कहा कि संविधान के अनुसार इंडिया राज्यों का एक संघ है और संघ को मजबूत करने के लिए जरूरी है कि इसके सदस्यों के बीच बातचीत हो। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश का भविष्य बदलने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के विजन के बीच की लड़ाई है। भाजपा का मानना है कि सत्ता को सेंट्रलाइज किया जाना चाहिए, धन को केंद्रित किया जाना चाहिए और भारत के लोगों के बीच बातचीत को दबा दिया जाना चाहिए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे को जी20 समिट में नहीं बुलाने पर जताई नाराजगी
इस दौरान जब राहुल गांधी ये से पूछा गया कि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को लेकर भारत के विपक्ष की क्या राय है ? तो उन्होंने मोदी सरकार के फैसले का समर्थन किया और कहा कि मुझे लगता है कि रूस और यूक्रेन संघर्ष को लेकर भारत की स्थिति से विपक्ष सहमत होगा। हमारे रूस के साथ रिश्ते हैं और ऐसे में मुझे नहीं लगता कि विपक्ष का रूख सरकार से अलग होगा। इतना ही नहीं मीडिया से बात में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को जी20 समिट में नहीं बुलाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार देश की 60 फीसदी जनता के नेता को तवज्जो नहीं देती।