The Angle
जयपुर।
लोकसभा में राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने पर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है। पायलट ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर तय किया है। इससे सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं में ही नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन में ऊर्जा का संचार हुआ है। राहुल गांधी ने लगातार चुनौती दी है।
सचिन पायलट बोले- संसद के अंदर और बाहर लोगों की आवाज बने हैं राहुल गांधी
सचिन पायलट ने कहा कि लोगों की आवाज संसद के अंदर और संसद के बाहर भी बने हैं। लाखों लोग जिन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखने के लिए और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए इंडिया गठबंधन को वोट डाला था, उनको उम्मीद बनी है कि अब राहुल गांधी सच की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे। पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न केवल कांग्रेस को ताकत मिलेगी, बल्कि उस सोच को ताकत मिलेगी जो देश में अमन चैन, भाईचारा की बात करते हैं। एनडीए सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
भाजपा के सांसद घटे, कांग्रेस के बढ़कर 102 हुए- कांग्रेस नेता
वहीं लोकसभा अध्यक्ष के निर्वाचन और विपक्ष की ओर से उम्मीदवार उतारने को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि अब तक परंपरा यह है कि अगर स्पीकर बनता है तो डिप्टी स्पीकर विपक्ष का बनता है। यूपीए सरकार के समय डिप्टी स्पीकर विपक्ष का था। यह एक मिली जुली सरकार है। किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। पायलट ने कहा कि बीजेपी जब लोकसभा चुनाव में गई थी तो 303 सांसद थे। अब उनके पास 240 रह गए हैं। 63 सांसद कम हुए जबकि कांग्रेस पार्टी के 55 से 102 सांसद हुए हैं। मतलब हमने जो बात कही वह जनता ने स्वीकार की है। सरकार एनडीए गठबंधन की बनी है, लेकिन भविष्य में क्या होगा यह पता नही है।