मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित किया.इस दौरान सीएम ने यहां विभिन्न विषयों पर मीडिया से बातचीत की .साथ ही आज सीएम ने मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट को लेकर भी बड़ा बयान दिया.सीएम ने कहा कि सचिन पायलट और मैं टिकट के सभी फैसलों में शामिल है.साथ ही गहलोत ने कहा कि हम सारे मतभेद भूला चुके है .
गहलोत ने कहा पायलट समर्थकों को भी टिकट
सीएम ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है.इस बात का अंदाजा लगा सकते है कि पायलट के समर्थकों के सारे टिकट क्लियर हो रहे है .और मैंने एक भी सीट को लेकर ऑब्जेक्शन नही किया है .सीएम ने कहा कि आपसी पार्टी में सब एकजुट है .उस जब सरकार को गिराने की साजिश रची गई तो हमारे विधायकों को 10 से 50 करोड़ तक ऑफर हुए लेकिन हमारे विधायकों ने ईमानदारी दिखाई और जनता की उम्मीदो पर खरे उतरे
गहलोत ने कहा-उम्मीदवार सीएम नहीं बनता
सीएम आज प्रेस वार्ता के दौरान राजस्थान में सीएम फेस को लेकर भी बड़ा बयान दिया.जब मीडिया में सवाल किया गया कि कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में क्या आप वापस सीएम बनेंगे तो ,उन्होंने अपने जवाब में कहा कि कांग्रेस में कभी मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनना चाहिए.क्योंकि जो उम्मीदवार बनता है ,वो कभी सीएम नहीं बनता.और जब मैं सीएम बना तो उस वक्त मैं उम्मीदवार नहीं था.मुझे तो सोनिया गांधी ने चुना था.साथ ही कहा कि मैं सीएम पद छोड़ना चाहता हूं,लेकिन यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा और ये छोड़ेगा भी नहीं
मेरे कारण वसुंधरा को सजा नहीं मिले-सीएम
यहा सीएम ने वसुंधरा राजे को बीजेपी में दरकिनार करने और अलग थलग करने के बारे में भी बात की.उन्होंने कहा कि मेरे कारण वसुंधरा राजे को सजा नहीं मिलनी चाहिए.सीएम ने कहा कि जब राजस्थान में 2020 में सरकार पर संकट आया तो उसके बाद मेरे मुंह से निकल गया कि मेरी सरकार जब संकट में थी तो वसुंधरा और कैलाश मेघवाल की वही राय थी कि इस तरह सरकार नहीं गिरानी चाहिए।उन्होंने कहा कि मैं मेरी भावनाओं को प्रकट करता हूं, उसमें कई तरह के फ्लेवर लगा दिए जाते हैं।