The Angle
जयपुर।
साल 2030 तक विकसित राजस्थान को साकार करने की संकल्पना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की है। इसी सपने को अमलीजामा पहनाने का रोडमैप तैयार करने के लिए विजन डॉक्यूमेंट 2030 भी बनाया जाएगा। इसमें प्रदेशभर के विभिन्न वर्गों के लोगों से सुझाव लिए जाएंगे। इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जयपुर के बिड़ला सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान की। यहां मुख्यमंत्री गहलोत ने विभिन्न वर्गों के लोगों से संवाद किया और उनके विचार सुने। वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मिशन 2030 का आइडिया क्यों आया ? आज हमारे राजस्थान में तेल के भंडार हैं। हमारे यहां अब गैस निकलने की संभावना बताई जा रही है। आज शिक्षा के क्षेत्र में हमारे पास सब कुछ है। देश में राजस्थान ऐसा राज्य है जहां हेल्थ पर एक्ट बनाया गया। ये मिशन सभी के लिए है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने की प्रदेश के डॉक्टर्स की तारीफ, बोले- इनमें क्षमता की कमी नहीं
सीएम गहलोत ने कहा कि मुझे खुशी है यह कार्यक्रम लीक से हटकर है। पक्ष-विपक्ष ने कोविड में एकजुटता दिखाई। कोरोना में कोई भूखा नहीं सोया। हमारे आह्वान पर तमाम जनता,कर्मचारियों,अधिकारियों ने सब ने काम किया। विजन 2030 का विचार इसलिए आया क्योंकि यहां अकूत खनिज संपदा है। यहां तेल और गैस के भंडार होने की प्रबल संभावनाएं हैं। आज हर क्षेत्र में हम टॉप पर हैं, यहां बेहतरीन डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है। ईआरसीपी को लेकर हम चिंतित हैं, लेकिन प्रयासरत हैं। रामगढ़ बांध को फिर से आबाद करने की हमारी योजना है।
ईआरसीपी को लेकर बोले सीएम- मैं काम करने में बहुत जिद्दी हूं, केंद्र नहीं करेगी तो हम करेंगे
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कोरोनाकाल में मैंने 500 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कीं, जिसमें से साढ़े 300 सिर्फ कोरोना को लेकर थीं। ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना केंद्र सरकार का काम है, लेकिन अगर वो नहीं करते हैं तो हम करेंगे। सीएम गहलोत ने कहा कि मैं काम करने में बहुत जिद्दी हूं। हम झूठ नहीं बोलते हैं, हम काम करते हैं।