The Angle
जयपुर।
राजस्थान के तमाम विश्वविद्यालयों और उनसे संबंधित कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए जाएंगे। कल देर रात इस संबंध में उच्च शिक्षा विभा की ओर आवश्यक निर्देश जारी किए गए। आदेश में कहा गया है कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति को लागू किया जाना है। इसके साथ ही कई कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में रिजल्ट घोषित करने में भी देरी हुई है। ऐसे में इतने कम समय में वोटर लिस्ट तैयार करना और स्टूडेंट्स को आईकार्ड देने का काम संभव नहीं हो पाएगा। इसलिए इस बार छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए जाएंगे।
छात्रसंघ चुनावों को लेकर राज्य सरकार ने स्पष्ट की अपनी स्थिति
राज्य सरकार ने जहां ये आदेश जारी कर छात्रसंघ चुनावों को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है, वहीं इस ऐलान से प्रदेशभर के छात्रनेताओं में खासी नाराजगी का माहौल है। इसी के चलते जयपुर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी के बाहर छात्र नेताओं ने जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ छात्रनेताओं और पुलिस के बीच में झड़प भी हो गई। ऐसे में पुलिस ने कुछ छात्रनेताओं को हिरासत में ले लिया।
छात्रनेताओं को मुख्यमंत्री आवास से आया बुलावा
वहीं इसके बाद छात्रों के विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास पर 5 छात्रनेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया गया। जानकारी के मुताबिक इस दौरान छात्रनेताओं को सरकार के चुनाव नहीं करवाने के फैसले को लेकर समझाइश की जा रही है, ताकि छात्रों के विरोध प्रदर्शन को खत्म करवाया जा सके। बता दें इसी साल के आखिर में प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में अगर सरकार इन छात्रनेताओं की नाराजगी दूर नहीं कर पाती है, कांग्रेस को आगामी चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।