The Angle
जयपुर।
एक तरफ भजनलाल सरकार प्रदेश के अपने पहले पूर्ण बजट की तैयारियों में जुटी हुई है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा 5 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। इस बीच किरोड़ी लाल मीणा के अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देने से पार्टी और सरकार दोनों को ही तगड़ा झटका लगा है। हालांकि प्राथमिक तौर पर तो किरोड़ी के इस्तीफे की वजह लोकसभा चुनाव में भाजपा की 11 सीटों पर हार को माना जा रहा है, क्योंकि किरोड़ी लाल मीणा खुद अपने बयानों में इसी बात का हवाला दे रहे हैं। लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा कुछ और ही है। किरोड़ी लाल मीणा की इस्तीफे के पीछे इन प्रमुख वजहों को कारण माना जा रहा है।
किरोड़ी लाल मीणा ने इसलिए दिया मंत्री पद से इस्तीफा
- मंत्री बनने के बाद विभागों के बंटवारे से थी नाराजगी
- कृषि मंत्री बनाया, लेकिन कृषि विपणन विभाग नहीं मिला
- ग्रामीण विकास विभाग दिया, लेकिन पंचायती राज विभाग 5 मंत्रियों में बंट गया
- समर्थक डिप्टी सीएम नहीं बनाने पर मंत्री पद छोड़ने का दबाव बना रहे थे
- दौसा लोकसभा सीट से अपने भाई को टिकट नहीं दिला सके किरोड़ी मीणा
- तबादलों को लेकर मंत्री मदन दिलावर से हुआ था टकराव
कई दिनों तक की गई मान-मनौव्वल
वहीं किरोड़ी लाल मीणा के मंत्री पद से इस्तीफा देने से पार्टी को इसका कितना नुकसान उठाना पड़ सकता है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि किरोड़ी के मुताबिक उन्होंने अपना इस्तीफा तो 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद 5 जून को ही राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंप दिया था। लेकिन तब से अभी तक पार्टी स्तर पर ही उनसे इस्तीफा वापस लेने को लेकर मान-मनौव्वल की जा रही थी। मगर अब जब पार्टी उनकी नाराजगी दूर नहीं कर सकी, तो आखिरकार उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। अब आगे क्या पार्टी किरोड़ी मीणा को संगठन में कोई बड़ा पद देगी, या फिर भजनलाल कैबिनेट में ही किसी अन्य विभाग के मंत्री के तौर पर उनकी वापसी हो सकती है, ये तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा।