राजनीति में कब,कौन,और कैसे राजनेता बयान दे जाए और फिर उनसे पलट भी जाए कहां नही जा सकता है .विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनेता तमाम तरह के बयान देकर जनता का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहते है .और ऐसे ऐसे बयान भी देते है जिससे उनको सिम्पिथी वोट हासिल हो सके.लेकिन जब राजनेता महज 24 घंटे के भीतर ही अपने बयान से पलट जाए तो ये भी देखने वाली बात है .ऐसा ही कुछ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयान में देखने को मिला
वसुंधरा राजे ने 3 नवंबर को दिया ये बयान
राजे ने शुक्रवार शाम 3 नवंबर को झालवाड़ में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा- मुझे लग रहा है अब मैं रिटायर हो सकती हूं।साथ ही राजे ने आगे कहा- मेरे पुत्र सांसद साहब को सुनकर मुझे लगा कि जनता ने उन्हें अच्छी तरह से सिखा दिया है। कुछ प्यार से और कुछ आंख दिखाकर, आपने उसे ऐसा बना दिया है कि अब मुझे उसके पीछे पड़ने की जरूरत ही नहीं है, वो आप लोगों ने ही कर दिया है।
वसुंधरा राजे ने झालावाड़ की जनता को कहा शुक्रिया
वसुंधरा राजे ने झालाचाड़ की जनता का शुक्रिया अदा करते हुए कहा- इस झालावाड़ को हम हमेशा याद रखेंगे। एक समय था हम लोग पढ़ाई, इलाज के लिए कोटा भागते थे, जयपुर भागते थे। आज झालावाड़ में मेडिकल कॉलेज है। वसुंधरा राजे ने कहा झालावाड़ में मेरा 10वां नामांकन है। पहला नामांकन नवंबर 1989 में सांसद के लिए भरा। लगातार 5 बार सांसद और 4 बार विधायक चुनी गई।
पूर्व मुख्यमंत्री आज पलटी अपने बयान से
वही आज नामांकन के दौरान पूर्व सीएम ने अपने बयान पर प्रतिक्रिया दी.उन्होने कहा कि ‘ये हंसी मजाक की कही गई बात थी, मैंने ऐसा दुष्यंत की परिपक्वता के संदर्भ में कहा था…यदि रिटायरमेंट लेती तो नामांकन क्यों भरती.मैंने प्रदेश की सेवा की है और वो अनवरत करनी है .आपका बता दे आज राजे झालारापाटन के दौरे पर रही .इस दौरान उन्होने अपना नामांकन भी दाखिल किया.