राजस्थान में देखा जाता है कि बीजेपी के हार के फैक्टर में मुस्लिम वोटरों की भूमिका भी अहम देखी जाती है.और इन्ही मुस्लिम वोटरों की वजह से कांग्रेस सत्ता हासिल करती है .लेकिन इस बार भाजपा ने खास तैयारी कर ली है .और इसी के चलते भाजपा ने 40 मुस्लिम बहुल सीटों पर फोकस करना शुरु कर दिया है .और इन्ही सीटों पर विशेष तौर पर फोकस करने का प्लान बनाया है .वही इसके लिए बीजेपी ने बड़े स्तर पर कार्यक्रम करने की तैयारी भी शुरु कर दी है .
बीजेपी मुस्लिम वोटरों को लुभाएगी
भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमान सिद्धिकी ने इस संदर्भ में जानकारी भी दी है.उनका कहना है कि प्रत्येक जिले कम से कम 100 प्रबुद्ध लोगों को बुलाया जाएगा.और कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह है कि देशभर में यह मैसेज जाए कि भाजपा मुस्लिम के हितों में काम कर रही है .और इसी के उद्देश्य के साथ पार्टी मुस्लिम समाज में पार्टी की पैठ जमा रही है .चुनाव से करीब तीन महीने पहले भाजपा ने मुस्लिम बहुल हर सीट पर एक-एक हजार मुसलमान परिवारों को पार्टी से जोड़ने का काम शुरू कर दिया है।
बीजेपी ने दिया है बड़ा टास्क
आपको बता दे जिन परिवारों को पार्टी से जोड़ा जाएगा उनको भी टास्ट दिया जाएगा.बता दे पार्टी से जोड़कर इन एक हजार लोगों को खुद के परिवार और रिश्तेदारों के परिवारों से कम से कम दस-दस वोट भारतीय जनता पार्टी को दिलाने का टास्क दिया जाएगा.इस तरह से भाजपा की कोशिश रहेगी कि हर हाल में हर सीट पर मुसलमानों के कम से कम दस-दस हजार वोट हासिल करे। इसके लिए आरएसएस के राष्ट्रीय मुस्लिम मंच को भी टास्क सौंपा गया है।
राजस्थान की इन सीटों पर ज्यादा फोकस
भाजपा जहां मुस्लिम वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है .तो राजस्थान में ऐसी 40 सीटें है जहां पर 30 से 50 प्रतिशत तक मुस्लिम वोटर है .इनमें प्रमुख सीटों की बात करें तो मसूदा, टोंक, कोटा उत्तर, लाडपुरा, नागौर, मकराना, डीडवाना, लाडनूं, नगर, कामां, तिजारा, किशनगढ़बास, अलवर ग्रामीण, रामगढ़, सवाईमाधोपुर, झालरापाटन, बूंदी, चूरू, धौलपुर, करणपुर, हवामहल, किशनपोल, आदर्शनगर, सिविल लाइंस, सीकर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, झुंझुनूं, मंडावा, सरदारपुरा, सूरसागर, फलोदी, पोकरण, जैसलमेर, शिव, चौहटन, बीकानेर पूर्व, बीकानेर पश्चिम, खाजूवाला और पुष्कर सीटें है